Sonbhadra News: तंबाकू निषेध दिवस पर हस्ताक्षर अभियान, दिलाई गई शपथ

Sonbhadra News: न खुद करें धूम्रपान, न दूसरों को करने दें... तंबाकू निषेध दिवस पर चलाया गया हस्ताक्षर अभियान, सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर दिलाई गई शपथः;

Update:2025-03-12 18:31 IST

Sonbhadra News (Image From Social Media)

Sonbhadra News: जिले में बुधवार को तंबाकू निषेध दिवस पर स्वास्थ्य महकमे की तरफ से जागरूकता अभियान चलाया गया। जिला मुख्यालय पर जहां सीएमओ कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सीएमओ डा. अश्वनी कुमार की तरफ से महकमे के अधिकारियों-कर्मियों, कामकाज के सिललिसे में कार्यालय पर पहुंचे लोगों को तंबाकू के प्रयोग से दूर रहने, इसके लिए दूसरों को भी जागरूक कररने की शपथ दिलाई गई। वहीं, मेडिकल कालेज, जिला चिकित्सालय, संयुक्त चिकित्सालय, सभी सीएचसी, सभी पीएचसी, न्यू पीएचसी पर लोगों को तंबाकू के सेवन से दूर रहने, इससे तौबा करने और इसके दुष्प्रभावों को अवगत कराते हुए, लोगों को भी बचाव के लिए जागरूक करने की शपथ दिलाई गई।

जानिए कितना खतरनाक है तंबाकू, इसे छोड़ने के हैं क्या लाभ:

सीएमओ डा. अश्वनी कुमार ने बताया कि तम्बाकू का सेवन सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचाता है। धूम्रपान का असर सिर्फ शरीर पर ही बुरा असर नहीं डालता बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी इसका खासा असर पड़ता है। तंबाकू मानव जीवन के लिए कितना नुकसानदेह है, इसका इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरे विश्व में प्रतिवर्ष लगभग 80 लाख से ज्यादा की मौत महज तंबाकू सेवन से होने वाली बिमारियों से होती है। सीएमओं ने कहा कि तंबाकू के सेवन से जहां कई गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है। वहीं, इसका सेवन छोड़ने से हृदय गति और फेफडों की कार्यक्षमता मेें सुधार के साथ ही, सेहत को अन्य कई तरह के लाभ मिलते हैं।

तंकाबू सेवन इन-इन बीमारियों का बनता है कारण:

तंबाकू का सेवन सीधे तौर पर फेफड़े को प्रभावित करता है। इसके चलते हृदय रोग, कैंसर, फेफड़े की बिमारी, स्ट्रोक का खतरा जहां कई गुना बढ़ जाता है। वहीं, ऑबस्ट्रक्टिव पल्मोनरी बीमारी यानी सीओपीडी, अस्थमा, ब्रॉकाइटिस, निमोनिया जैसी बीमारियां हो जाती हैं। गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान से जहां अजन्मे बच्चे को नुकसान की स्थिति बन जाती है। वहीं, कई बार जन्म के समय कम वजन वाले बच्चे के जन्म का खतरा बढ़ जाता है। इसका सबसे खतरनाक पहलू यह है कि दूसरे व्यक्ति की तरफ से उड़ाए जाने वाले धुएं के संपर्क में आने से भी, व्यक्ति के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। कई बार यह स्थिति बच्चों में अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम, अस्थमा जैसी श्वसन बीमारी का कारण बन जाती है।

- पापुलर टीवी और वेब शो बढ़ा रहे तंबाकू सेवन का खतराः

आधुनिक चकाचौंध भरी जिंदगी में युवा पीढ़ी में बढ़ती धूम्रपान की प्रवृत्ति को देखते हुए सीएमओ डा. अश्वनी कुमार ने भी यह स्वीकार किया कि युवाओं में धूम्रपान का प्रचलन बहुत तेजी से बढ़ रहा है। खासकर बच्चों के बीच पापुलर टीवी और वेब शो में तंबाकू वाले सीन काफी ज्यादा दिखाए जा रहे हैं। इसका सीधा असर किशोरों-युवाओं के मस्तिष्क पर पड़ा रहा है।

- बचाव के लिए कुछ इस तरह की हुई अपील:

स्ीएमओ ने बताया कि महज स्क्रीन पर धूम्रपान की तस्वीरें दिखाने से युवाओं में स्मोकिंग करने की संभावना तीन गुना तक बढ़ जाती है। कहा कि इसको देखते हुए सभी को इस खतरे को लेकर सजग रहना पड़ेगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि न धूम्रपान करें और न ही किसी को करने दें, अपने घर, आस-पड़ोस, परिचितों को धूम्रपान करने से रोकें और अपने घरों एवं कार्यालयों को तम्बाकू मुक्त रखने में सहयोग करें। उन्होंने स्लोगन के माध्यम से भी जनपद वासियों को जागरूक करने की सीख दी।

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