कोरोना संकट के बीच इस जिले में आई ये नई आफत, लोगों में मचा हड़कंप
कोरोना आपदा के बीच जिले में शुक्रवार को अचानक ही टिड्डी दल पहुंच गया। आसमान टिड्डियों से अट गया। करोड़ों की संख्या में टिड्डी देखकर लोगों में घबराहट हो गई। कई लोगों ने मकानों के आगे लगा रखे गमलों को कपड़ों से भी ढंक दिया।
झांसी: कोरोना आपदा के बीच जिले में शुक्रवार को अचानक ही टिड्डी दल पहुंच गया। आसमान टिड्डियों से अट गया। करोड़ों की संख्या में टिड्डी देखकर लोगों में घबराहट हो गई। कई लोगों ने मकानों के आगे लगा रखे गमलों को कपड़ों से भी ढंक दिया। इधर टिड्डी दल के पहुंचने की खबर जिलेभर में आग की तरह फैल गई। किसानों के साथ आमजन की भी चिंता बढ़ गई।
जनपद में टिड्डी दल के आक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। टिड्डी दल राजस्थान के जनपद दौसा होते हुए केला देवी से मध्य प्रदेश की तरफ से चलकर आज शाम झाँसी मैं भी हजारों की तादाद मैं इनका झंडू देखने को मिला। टिड्डी दल में करोड़ों की संख्या में लगभग दो ढाई इंच लंबे कीट होते हैं जो फसलों को कुछ ही घंटों में चट कर जाते हैं। यह सभी प्रकार के हरे पत्तों पर आक्रमण करते हैं।
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खेतों में है हरा चारा व सब्जी की फसल
इस समय किसानों के खेतों में गेहूं, जौ आदि की फसल तो नहीं है, लेकिन पशुओं के लिए चारा व सब्जियों की फसल है। ऐसे में टिड्डियों के दल को देख कर किसानों की चिंता बढ़ गई है। कहा जाता है कि टिड्डी जहां पर भी अपना डेरा डालती है, वहां पेड़-पौधों व फसल को चट कर जाती है। टिड्डियों को भगाने के लिए लोग ध्वनि यंत्रों से शोर भी मचाने लगे। कई लोगों ने पटाखे चलाए।
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आक्रमण के समय निम्न उपाय करें
अपने खेतों में आग जलाकर पटाखे फोड़ कर थाली बजाकर ढोल नगाड़े बजाकर आवाज करें। कीटनाशक रसायनों जैसे क्लोरपीरिफॉस , साइपरमैथरीन, लिंडा इत्यादि कीटनाशकों का टिड्डी दल के ऊपर छिड़काव करें। टिड्डी दल शाम को 6 से 7 बजे के आसपास जमीन पर बैठ जाता है और फिर सुबह 8 -9 बजे के करीब उड़ान भरता है अतः इसी अवधि में इनके ऊपर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करके इनको मारा जा सकता है। यदि आपके क्षेत्र में टिड्डी दल दिखाई देता है तो उपरोक्त उपाय को अपनाते हुए तत्काल अपने क्षेत्र के कृषि विभाग के कर्मचारी से संपर्क करें।