Lucknow News: लखनऊ में हार्टअटैक का कहर, अस्पतालों में बढ़ते जा रहे मरीज

Heart Patients in Lucknow News:सिविल अस्पताल में 1 जनवरी से अब तक 1080 मरीज पहुंचे हैं। अभी तक 5 मरीजों की मौत और 84 गंभीर मरीज भर्ती हैं। निदेशक ने चिकित्सकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।

Written By :  Anant kumar shukla
Update: 2023-01-15 11:56 GMT

Lucknow heart patients Increase (Social Media)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में ठंड का सितम जारी है। कल से धूप तो निकल रही है लेकिन गलन में कोई कमी नहीं हुई। ऐसे में दिल और फेफड़ों की बिमारी से ग्रसित लोगों की समस्याएं और बढ़ गई है। बढ़ती ठंड और गिरते पारे के बीच हार्ट अटैक से हो रही मौतों से अफरातफरी का माहौल बना हुआ है।

सिविल हॉस्पिटल पहुंच रहे हार्ट मरीज

भीषड़ ठंड में लखनऊ में भी हार्ट पेशेंट की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। सिविल अस्पताल की ओपीडी में अधिक संख्या में हार्ट के मरीज पहुंच रहे हैं। सिविल अस्पताल में 1 जनवरी से अब तक 1080 मरीज पहुंचे हैं। अभी तक 5 मरीजों की मौत और 84 गंभीर मरीज भर्ती हैं। निदेशक ने चिकित्सकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।

PGI, KGMU और लोहिया संस्थान में बेड फुल

राजधानी लखनऊ में स्थित संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (SGPGI), किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) और लोहिया संस्थान में सभी बेड फुल हो गए हैं। हार्ट मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। PGI, KGMU और लोहिया में रोजाना हार्ट अटैक के करीब 25 मरीज आ रहे हैं। PGI में हार्ट के मरीजों के लिए आरक्षित बेड फुल हो गए हैं। KGMU में 80 बेड का ICU फुल हो गया है। लोहिया में 23 बेड का ICU फुल हो गया है।

कानपुर में एक हफ्ते में 98 लोगों मौत

कानपुर में एक हफ्ते में दिल का दौरा पड़ने से 98 लोगों की मौत हो गई थी। जिसमे से 18 लोग 40 साल से कम उम्र के थे। हार्ट अटैक की इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। शहर के एसपीएस हार्ट इंस्टीट्यूट में 24 घंटे के भीतर 14 मरीजों की मौत हो गई। ये आंकड़े एलपीएस इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी ने जारी किए थे।

ठंड में क्यों हो रही ज्यादा मौतें ?

कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल के डायरेक्टर विनय कृष्णा ने जानकारी देते हुए बताया कि ज्यादा ठंड की वजह से नसें सिकुड़ जाती है। कई लोगों के नसों में कोलेस्ट्रॉल के रूकावट पहले से ही होती है। शर्दी में नसों के सिकुड़ने से रूकावट अधिक हो जाती है। यदि ये रूकावट 40 फिसदी थी तो नसों के सिकुड़ने से 60 से 80 फिसदी तक भढ़ जाती है। जो ठंड में हॉर्ट अटैक और ब्लड प्रेशर की प्रमुख वजह है।

Tags:    

Similar News