Jhansi News: लखनऊ से अपहृत बिहारी बाबू झांसी से बरामद, तीन आरोपी गिरफ्तार

Jhansi News: झाँसी पुलिस ने हाई प्रोफाइल गेट अप में रहने वाले किडनैपर अनुराग यादव उर्फ नाने एवं उसके दो सहयोगी साथियों को दबोच लिया।

Report :  B.K Kushwaha
Update: 2022-10-26 11:55 GMT

गिरफ्तार किये गये आरोपी

Jhansi News: झाँसी पुलिस ने हाई प्रोफाइल गेट अप में रहने वाले किडनैपर अनुराग यादव उर्फ नाने एवं उसके दो सहयोगी साथियों को दबोच लिया। जबकि तीन आरोपी फरार हो गए। झाँसी पुलिस ने लखनऊ से अपहृत एक युवक को मुक्त करवा दिया। इनके पास से चार पहिया वाहन आदि सामग्री बरामद की है। 

ये है पूरा मामला

26 अक्टूबर को तड़के रात बिहार के भोजपुर जिला निवासी दीपक शांडिल्य ने बिहार पुलिस को सूचना दी कि उनका भांजा आशीष पाठक बीते 19 अक्टूबर को लखनऊ जाने की कहकर गया था। इतने दिन बीत जाने के बाद भी घर वापस नहीं आया है। 25 अक्टूबर को आशीष का फोन दीपक शांडिल के पास पहुंचा और उसने बताया कि उसका लखनऊ से अनुराग यादव, डॉ. विक्रम सक्सेना, सुलेमान, आशू यादव, रामजी यादव एवं विनोद कोरियन ने अपहरण कर लिया है और उसको झांसी के पूछ थाना क्षेत्र में स्थित सुलेमान के फार्म हाउस पर रखा गया है।

पीड़ित की बेल्ट से होती थी पिटाई एवं बोलने पर जला दिए जाते थे हाथ

पीड़ित आशीष पाठक ने आप बीती सुनाते हुए बताया अनुराग यादव एवं सुलेमान उसकी फार्म हाउस पर बेल्ट से पिटाई करते थे। जब वह चिल्लाता था तो उसके हाथ सिगरेट से जला दिये जाते थे। 4 दिन तक बंधक रहने के दौरान आशीष पाठक ने अपनी जिंदगी के सबसे बुरे दिन बिताए।

लेन-देन का था मामला

एसएसपी राजेश एस के मुताबिक सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के आवास-विकास कालोनी में रहने वाला डॉ विक्रम सक्सेना जो ज्ञानस्थली पब्लिक स्कूल में प्रिंसिपल है। साथ ही स्किल फीड फाउंडेशन नाम का एक एनजीओ चल रहा था। एनजीओ में दस करोड़ की फंडिग को लेकर अपने साथी विनोद कोरियन के माध्यम से अपहृत आशीष पाठक से बातचीत की गई। इसी काम को आगे बढ़ाते हुए सभी लोग 19 अक्तूबर को अपहृत आशीष पाठक से लखनऊ में मिले। वहां पर बातचीत के दौरान डॉ विक्रम सक्सेना के द्वारा किसी शुभम गर्ग के खाते में चार लाख रुपयों का ट्रांजेक्शन किया गया। शुभम गर्ग के द्वारा बताया गया कि कंपनी का एक आदमी आ रहा है। काफी इंतजार करने के बाद जब कोई नहीं आया तो ये सभी लोग लखनऊ में ही रुक गये। 20 अक्तूबर को अभियुक्तों द्वारा पीड़ित/अपहृत आशीष पाठक से पैसों की मांग की गई। आशीष के द्वारा मना करने पर सभी लोग आशीष को लेकर झाँसी आ गये। यहां पूंछ कसबे के सुलेमान के फॉर्म हाउस में बंधक बना दिया। 

हाई प्रोफाइल गेटअप में रहता था आरोपी

आरोपी अनुराग यादव लोगों के बीच हमेशा हाईप्रोफाइल गेट अप में रहा करता था। उसके दादा, ताई एवं सगे मामा पूर्व में प्रधान रह चुके हैं। जबकि उसकी भाभी जालौन जनपद में पुलिस कांस्टेबल है और पत्नी गांव से महज कुछ दूरी पर सरकारी टीचर है। अनुराग यादव ने गैंग बनाकर पूर्व में भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। एसएसपी राजेश एस ने बताया है कि पीड़ित आशीष पाठक जहां से बरामद हुआ है वहां पर घटना में प्रयुक्त की गई वाहन कार नंबर (यूपी 93 बीजी 6236) बरामद की है। यह गाड़ी आरोपी अनुराग यादव की बताई जा रही है। अनुराग यादव राजबाई शिवबालक सिंह महाविद्यालय टड़वा जालौन का प्रबंधक है।

इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार

पूंछ थाना क्षेत्र के ग्राम काशीपुरा निवासी अनुराग यादव, पूंछ के तालाब मोहल्ले में रहने वाले सुलेमान और सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के आवास विकास नंदनपुरा मोहल्ले में रहने वाले डॉ विकास सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया। शेष आरोपियों की तलाश की जा रही है।

गिरफ्तार करने वाली टीम

पूंछ थाना प्रभारी सुरेंद्र प्रताप सिंह, एसआई महेश चंद्र, एसआई सत्यदेव पाठक, हेड कांस्टेबल दुर्गेश चौहान, कांस्टेबल सागर बाबू, कांस्टेबल अंकुश कुमार, कांस्टेबल विष्णु गौतम, कांस्टेबल शैलेंद्र सिंह एवं कांस्टेबल उमेश बाबू शामिल थे।

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