Lucknow: लखनऊ पुलिस की अच्छी पहल, स्कूलों के बाहर घंटों लगने वाला जाम होगा ख़त्म?

Lucknow: राजधानी में स्कूलों के बाहर लगने वाले जाम को लेकर कमिश्नरेट पुलिस ने सभी स्कूल प्रबंधन को पत्र लिखकर यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग मांगा है

Update: 2022-07-21 17:43 GMT

यातायात व्यवस्था के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने स्कूलों से सहयोग मांगा। (Social Media)

Lucknow: राजधानी में स्कूलों के बाहर लगने वाले जाम को लेकर कमिश्नरेट पुलिस (Commissionerate Police) ने सभी स्कूल प्रबंधन को पत्र लिखकर यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग मांगा है।

लखनऊ के संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था पीयूष मोर्डिया (Lucknow Joint Commissioner of Police Law and Order Piyush Mordia) ने यह पत्र सभी स्कूलों के प्रबंधक को लिखा है, जिसमें उन्होंने नए सत्र की शुरुआत की शुभकामनाएं देते हुए अपील की है कि स्कूलों के खुलने व छूटने के समय जाम और यातायात अव्यवस्था की बहुत अधिक शिकायतें पुलिस को मिलती है। इसके लिए पुलिस अपने स्तर से यातायात को सुगम संचालन के लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है,लेकिन स्कूल के बाहर लगने वाली अभिभावकों की भीड़ और वाहनों की उल्टी सीधी कतार से यह व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाती है। लोग जाम में घंटों फंसे रहते हैं, जिसकी शिकायत वह वह दर्ज कराते हैं।


कमिश्नरेट पुलिस ने स्कूलों से सहयोग मांग

आम लोगों की इसी परेशानी को ध्यान मे रखते हुए राजधानी की कमिश्नरेट पुलिस ने स्कूलों से सहयोग मांग कर इसका समाधान निकलने की कोशिश शुरू की है। संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था ने जो पत्र लिखा है उसमें बिंदुवार इसका समाधान कैसे हो सकता है, इस बारे में भी बताया है. जो इस प्रकार है।


पीयूष मोर्डिया के सुझाव

  • स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल के गेट के बाहर बच्चों को छोड़ने और लेने जाने वाले अभिभावकों को समुचित रूप से मार्गदर्शन एवं व्यवस्थापन हेतु पर्याप्त संख्या में गार्डस लगाये जाने आवश्यक हैं।
  • गेट के बाहर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल के अध्यापकों और सहवर्ती स्टाफ की ड्यूटी लगायी जाये। दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद और बेंगलुरू आदि शहरों में यह व्यवस्था सफलतापूर्वक लागू की गई है।
  • कृपया यह सुनिश्चित करें कि गाड़ियां एक ही लेन में पूर्व निर्धारित स्थान पर खड़ी की जाए और सड़क किसी भी अवस्था में बाधित न हो।
  • स्कूल के बच्चों को एक साथ छोड़ने के स्थान पर स्कूल बन्द होने के समय विभिन्न कक्षाओं को अलग अलग अन्तराल पर छोड़ा जाये।
  • स्कूलों द्वारा ट्रैफिक जाम से बचने के लिये प्राथमिक, माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं को इस प्रकार सफलतापूर्वक अलग-अलग समय छोड़ा जा सकता है।
  • स्कूल स्टाफ और आगन्तुकों के वाहन परिसर के अन्दर खड़े कराये जायें। स्कूल वैन, प्राईवेट वेन, ऑटो और स्कूल बसें समुचित तरीके से पार्क करायी जाए। इसका उत्तरदायित्व स्कूलों द्वारा निर्वहन किया जाये।
  • स्कूल बसों द्वारा बच्चों को उतारने व बैठाने का कार्य स्कूल परिसर के भीतर ही किया जाये। इस कार्य के लिये आम सड़क का प्रयोग न किया जाये।
  • विद्यार्थियों को यातायात नियमों का पालन करने और गाड़ियां निर्धारित स्थान पर ही पार्क करने हेतु जागरूक किया जाये। कक्षा में इन निर्देशों को नियमित रूप से समझाया जाये। बच्चों को यातायात सम्बन्धी विशेष दिशा निर्देशों को उनके अभिभावकों को बताने हेतु भी प्रेरित किया जाये।

अंत में उन्होंने कहा है मुझे विश्वास है कि आप यातायात के नियमों का पालन करने के महत्व को देखते हुए यातायात के सुगम और सुचारू संचालन हेतु सकारात्मक पहल करते हुए अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करेंगे।

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