Lucknow News: गर्मी के बढ़ते ही बाज़ार में लौटे देसी फ्रिज, मिट्टी के बर्तनों की बड़ी माँग

Lucknow News: पहले समय में लोग मिट्टी के बर्तन और घड़े का प्रयोग बड़ी संख्या में करते थे। आपको लगभग हर घर में घड़े और सुराही देखने को मिल जाती थी।

Published By :  Monika
Update:2022-04-11 13:10 IST

बाज़ार में लौटे देसी फ्रिज (Photo- Ashutosh Tripathi- Newstrack)

Lucknow News: पूरा उत्तर प्रदेश इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है, तेज चलती गर्म हवाओं ने प्रदेशवासियों का बुरा हाल कर दिया है। जहां एक तरफ़ सभी प्रचंड और तीखी धूप ने लोगों को परेशान कर रखा है तो वहीं दूसरी तरफ़ मिट्टी के बर्तन बनाने वाले लोग काफ़ी ख़ुश है क्योंकि प्रचंड गर्मी के चलते एक बार फिर राजधानी लखनऊ में मिट्टी के बर्तनों की माँग बढ़ गयी है। बड़ी संख्या में लोग मिट्टी के घड़े और सुराही की ख़रीदारी कर रहे हैं।

पहले समय में लोग मिट्टी के बर्तन और घड़े का प्रयोग बड़ी संख्या में करते थे। आपको लगभग हर घर में घड़े और सुराही देखने को मिल जाती थी। लेकिन समय के साथ-साथ इनका प्रचलन ख़त्म सा हो गया था और इसकी जगह फ्रिज ने के ली। लेकिन एक बार फिर लोग इस स्वदेशी कला को अपनाने लगे है और बाज़ारों में लगातार इसकी माँग बढ़ रही है।

मिट्टी के बर्तन Photo- Ashutosh Tripathi- Newstrack) 

टोंटी वाले घड़ों की धूम

समय के साथ-साथ कुम्हारों ने घड़े बनाने की तकनीक में भी काफ़ी बदलाव किया है। जहां पहले घड़े को झुकाकर या फिर घड़े में कुछ डालकर पानी निकाला जाता था, जिससे घड़े टूटने का डर रहता था, लेकिन अब इस समस्या से निज़ात मिल गया है। अब बन रहे घड़ों में उन्होंने टोंटी लगा दी है जिससे पानी निकालने में लोगों की किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े। टोंटी वाले घड़े की क़ीमत 150 रुपये से लेकर 300 रुपये तक है।

Photo- Ashutosh Tripathi- Newstrack)

कोरोना का भी असर

दुकानदार कमलेश ने बताया कि जबसे देश में कोरोना काल शुरू हुआ है, तबसे लोगों की सोच में काफ़ी परिवर्तन हुआ है। फ्रिज के ठंडे पानी से अधिकतर लोग परहेज करने लगे हैं। घड़े का पानी हमारे लिए काफ़ी लाभदायक है, घड़े के पानी में कीटाणु मर जाते हैं और पानी में शुद्धता रहती है।

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