बाग से सीधे खरीददारों तक पहुंचे आम, किसानों को मुनाफा

उद्यान भवन के परिसर में पूर्ण रूप से कार्बाइड मुक्त विसंक्रमित मलिहाबादी दशहरी का स्टॉल लगाया गया। किसानों ने अपना आम मंडी में भेजने के बजाय लखनऊ के खरीददारों को सीधे बेचा और अधिक मुनाफा भी कमाया।

Newstrack :  Network
Published By :  Shreya
Update:2021-06-14 19:17 IST

मैंगो स्टॉल पर खरीदारी करते लोग (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Lucknow News: आत्मनिर्भर भारत के तहत अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति से जुड़े बागवान केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के फार्मर फर्स्ट परियोजना तथा उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण उत्तर प्रदेश के सहयोग से उद्यान भवन के परिसर में पूर्ण रूप से कार्बाइड मुक्त विसंक्रमित मलिहाबादी दशहरी का स्टॉल लगाया गया। जिसका उद्धघाटन निदेशक डॉ आर के तोमर ने किया।

इस कार्यक्रम में अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति के महा सचिव उपेंद्र कुमार सिंह फार्मर फर्स्ट के वरिष्ठ शोध अध्येता रोहित जायसवाल, एग्री बिजनेस इनक्यूबेशन के डॉ शरद वर्मा एवम सौरभ सिंह भी उपस्थित रहे। इस स्टाल के लगाने से लोगो में भारी उत्साह देखा गया। भा.कृ.अनु.प. कें.उ.बा.सं के फार्मर फर्स्ट परियोजना द्वारा निर्मित आकर्षक बॉक्स में पैक किया मलीहाबादी दशहरी का स्वाद लेने के लिए लोगों ने जम के खरीदारी की।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

मंडी में आम बेचने पर मजबूर हो जाते हैं किसान

आमतौर पर मलॉय मलिहाबाद के किसानों को मंडी में आम बेचने के लिए मजबूर हो जाना पड़ता है। मंडी में उचित दाम ना मिलने के कारण वे अपने आप को असहाय पाते हैं। कुछ किसानों ने अपना आम मंडी में भेजने के बजाय लखनऊ के खरीददारों को सीधे बेचा और अधिक मुनाफा भी कमाया। किसानों के लिए शहर में आम बेचने की सुविधा उपलब्ध ना होने के कारण वह इस दिशा में कदम नहीं बनाते हैं। केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान ने किसानों का आम कॉलोनी में बेचकर यह सिद्ध कर दिया कि यदि अच्छे किस्म का आम शहर में बेचने का प्रयास किया जाए तो खरीदार बहुत मिलेंगे।

आम की खरीदारी करते लोग (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

आम बेचने के लिए जगह उपलब्ध कराने के लिए किया निवेदन

इसी दिशा में संस्थान के निदेशक डॉ शैलेन्द्र राजन ने उद्यान विभाग के निदेशक से विचार-विमर्श करके शहर में किसानों को आम बेचने के लिए स्थान उपलब्ध कराने के लिए निवेदन किया। इस दिशा में किए गए प्रयासों से किसानों को भाग से लाकर डायरेक्ट शहर में आम बेचने का अनुभव होगा। किसान एक दूसरे की सहायता से अच्छी मार्केटिंग तकनीक अपनाकर अधिक लाभ कमा सकते हैं।

कार्बाइड एवं कीटनाशक रहित आम को अच्छा मूल्य देने वाले खरीददारों की कमी नहीं है। यदि किसानों को शहर में कई जगह पर आम बेचने के लिए स्थान उपलब्ध करा दिया जाता है तो खरीदारों को अच्छा आम उपलब्ध होने के साथ-साथ किसानों का भी मुनाफा बढ़ेगा।

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