Lucknow News: लखनऊ के मुरीद हैं, कश्मीर के मेवे वाले
Lucknow News: कश्मीर के मेवा बेचने वाले हर साल अक्टूबर माह में लखनऊ मेवा बेचने के लिए आते हैं, और 5 महीने बेचने के बाद मार्च में वापस चले जाते हैं।
Lucknow News: जितना खूबसूरत जम्मू-कश्मीर है उससे अधिक खूबसूरत वहां के लोग और उससे भी ज्यादा खूबसूरत कश्मीर के लोगों का लखनऊ के प्रति लगाव है। कश्मीर के मेवा बेचने वाले हर साल अक्टूबर माह में लखनऊ मेवा बेचने के लिए आते हैं, और 5 महीने बेचने के बाद मार्च में वापस चले जाते हैं। कुछ लोग इसके बाद पढ़ाई में लग जाते हैं और कुछ लोग खेती करते हैं। एक मेवा बेचने वाले ने बताया कि लखनऊ के लोगों का आचरण बहुत अच्छा लगता है। इन लोगों का बात करने का लहजा और व्यवहार भी बहुत पसंद है। इसलिए मेवा बेच के लिए लखनऊ मेरी पहली पसंद है। प्रत्येक वर्ष अक्टूबर माह में कश्मीर से मेवा लेकर लखनऊ आता हूं, 5 महीने तक बेचता हूं। इसके बाद वापस कश्मीर चला जाता हूं और वहां खेती के साथ पढ़ाई भी करता हूं।
एक दूसरे मेवा विक्रेता ने बताया कि हम लोग एक ग्रुप में कश्मीर से लखनऊ के लिए आते हैं। मेवा एक अलग ट्रक में भर के लाया जाता है। यह लखनऊ के प्रति कश्मीरियों का प्यार है जो उन्हें प्रत्येक वर्ष अपनी ओर खींच लाता है।
ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ लखनऊ में ही मेवे का व्यापार करने के लिए आते हैं। बल्कि ये कश्मीरी मेवा विक्रेता देश के अलग-अलग प्रदेशों में बेचने के लिए जाते हैं। इनमें मेवा विक्रेताओं का कहना है कि सभी मेवा कश्मीर से लाया जाता है, जो सेहतमंद और ओरिजिनल होते हैं। इसमें कोई मिलावट नहीं होती है। इसे कोई भी कहा सकता है, और अपने आप को स्वस्थ रख सकता है। प्रतिदिन बिक्री कितने से कितने का लाभ हो जाता है, पूछने पर उन्होंने बताया कि अच्छा खासा फायदा हो जाता है। जिससे उनका आना व्यर्थ ना हो और खा पी के थोड़ा बहुत बच भी जाता है।