Lucknow: 4 करोड़ रुपये से सुधरेगी कलेक्ट्रेट की वायरिंग, सालों पुराने दस्तावेज होंगे डिजिटाइज

Lucknow News: ग्राउंड फ्लोर से लेकर वरामदों के हर कोने में सैंड वकेट भी लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। ये बातें जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताई।

Report :  Shashwat Mishra
Update: 2022-09-20 05:00 GMT

सुधरेगी कलेक्ट्रेट की वायरिंग (फोटो: सोशल मीडिया )

Lucknow News: 'पूरे परिसर की वायरिंग बदलवाई जा रही है। इसके लिए शासन से चार करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं। वायरिंग बदलने के साथ ही परिसर में आग से बचाव के सभी जरूरी इंतजाम करवाए जा रहे हैं। हौज रील, पानी की डबल पाइप लाइन के पहले से ही इंतजाम हैं। फायर एक्सटिंग्विशर भी मानक के अनुसार बदलवाए जा चुके हैं। ग्राउंड फ्लोर से लेकर वरामदों के हर कोने में सैंड वकेट भी लगवाने के निर्देश दिए गए हैं।' ये बातें जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताई।

गौरतलब है कि राजधानी के होटल लेवाना सुइट्स में आग लगने के बाद सरकारी भवनों की सुरक्षा को लेकर कवायद तेज हो गई है। कलेक्ट्रेट की वायरिंग काफी पुरानी हो चुकी है। शॉर्ट सर्किट से बचाव के लिए पुराने तार बदले जा रहे हैं। पूरे ऑफिस में वायरिंग के लिए चार करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। इस रकम से पुरानी वायरिंग के साथ ही स्विच बोर्ड व अन्य उपकरण बदले जा रहे हैं।

सालों पुराने दस्तावेज होंगे डिजिटाइज

कलेक्ट्रेट के अभिलेखागार में शॉर्ट सर्किट से बचाव के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। डीएम के अनुसार रोज शाम को काम खत्म होने के बाद अभिलेखागार का पावर कट कर दिया जाता है। इसके बाद सोलर सिस्टम से लगे लैंप से रोशनी की व्यवस्था रहती है। इसके साथ ही वर्षों पुराने दस्तावेज सुरक्षित रखने के लिए डिजिटाइज करवाए जा रहे हैं।

छह माह पर होगा मॉक ड्रिल

कलेक्ट्रेट में विद्युत व्यवस्था बेहतर रखने और शॉर्ट सर्किट से वचने के लिए हर छह माह पर विद्युत विभाग व निदेशालय की टीम निरीक्षण करती है। इसके साथ ही अग्निशमन विभाग के कर्मचारी भी कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों को समय-समय पर प्रशिक्षित करते हैं। अब हर छह माह पर मॉक ड्रिल करवाई जाएगी।

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