Lucknow: आज से बलरामपुर अस्पताल में कैंसर मरीज़ों की OPD शुरू, इलाज, दवाएं और जांच होगी मुफ़्त

Lucknow News: अब बलरामपुर अस्पताल में भी कैंसर मरीज़ों का इलाज, जांच व कीमोथेरेपी की जा सकेगी। सोमवार से हफ़्ते में तीन दिन इसकी ओपीड़ी चलेगी। कमरा नंबर-12 में कैंसर रोग विभाग की ओपीड़ी, रेडियोथेरेपी में एमडी डॉ अभय सिंह लेंगे। इससे लखनऊ के बाक़ी संस्थानों पर दबाव कम होगा।;

Report :  Shashwat Mishra
Update:2022-07-11 08:27 IST

Balrampur Hospital lucknow (image credit social media)

Balrampur Hospital Lucknow News: अब बलरामपुर अस्पताल में भी कैंसर मरीज़ों का इलाज, जांच व कीमोथेरेपी की जा सकेगी। सोमवार से हफ़्ते में तीन दिन इसकी ओपीड़ी चलेगी। कमरा नंबर-12 में कैंसर रोग विभाग की ओपीड़ी, रेडियोथेरेपी में एमडी डॉ अभय सिंह लेंगे। इससे लखनऊ के बाक़ी संस्थानों पर दबाव कम होगा। गौरतलब है कि राजधानी के चिकित्सा संस्थानों में पूरे प्रदेश के सभी जिलों के मरीज़ों का भार होता है। ख़ासकर गंभीर बीमारियों के लिए। जिसमें कैंसर का नाम सबसे पहले आता है। चाहे व्यक्ति को सामान्य कैंसर के ही लक्षण क्यों न हों, उसे किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय यानी KGMU और संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान मतलब SGPGI के चक्कर लगाने ही पड़ते हैं। क्योंकि, इन्हीं दोनों संस्थानों में सभी तरह के कैंसर का इलाज संभव है, डॉक्टरों की ओपीडी चलती है।

इलाज, जांच व दवाएं रहेंगी मुफ़्त

अस्पताल में ओपीड़ी शुरू होने से अब मरीज़ों को केजीएमयू या एसजीपीजीआई रेफर करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। जिससे मरीज़ों को सहूलियत मिलेगी। क्योंकि, बाहर से आने वाले पेशेंट्स को चिकित्सा संस्थानों में इलाज जल्दी नहीं मिल पाता। वहीं, बलरामपुर अस्पताल में इलाज से लेकर जांच व दवाएं सहित सारे कार्य मुफ़्त में होंगे। यहां गला, स्तन, मुंह, गर्भाश्य, पैंक्रियाज, पित्त की थैली, प्रोस्टेट समेत दूसरे अंगों के कैंसर से पीड़ितों को इलाज मिल सकेगा। बता दें कि रेडियोलॉजी विभाग के डॉक्टर ए. एम. रिज़वी और जनरल सर्जन डॉ. अमिताभ श्रीवास्तव मरीज़ों की जांच करेंगे। 

ये होंगी जांचें -

• एचआरसीटी

• मैमोग्राफी 

• पैथोलॉजी की सभी जांच

• बायोप्सी

रेडियोथेरेपी की ज़रूरत पर रेफर

अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ जीपी गुप्ता ने बताया कि मरीज़ की पूरी जांच की जाएगी। उसके बाद ही उसे इलाज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कैंसर की पहचान के बाद ही मरीज़ों को कीमोथेरेपी सहित दूसरा इलाज दिया जाएगा। रेडियोथेरेपी की ज़रूरत पड़ने पर ही रोगी को एसपीजीआई या केजीएमयू रेफर किया जाएगा।

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