Lucknow News: विधानसभा सत्र के दौरान पहले भी हुई है बिजली आपूर्ति बाधित, पर कार्रवाई हुई योगी सरकार में ही
UP Assembly Power Cut : मंगलवार को यूपी विधानसभा की कार्यवाही के दौरान ही परिसर की बिजली गुल हो गई। बता दें पिछले हफ्ते राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भी विधानसभा में बिजली कट गई थी।
Power Cut In UP Assembly: उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज कार्यवाही के दौरान बिजली गुल हो गयी। जिससे पूरे सदन में अंधेरा छा गया। ऐसा एक बार नहीं बल्कि तीन बार हुआ। बिजली की आपूर्ति उस समय बाधित हुई जब विधानसभा की कार्यवाही के साथ ही राज्यसभा के लिए भाजपा प्रत्याषियों का नामांकन हो रहा था। बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण लिफ्ट में कई लोग फंस गए जिसमें कुछ विधायक भी शामिल थे।
प्रमुख सचिव विधानसभा प्रदीप दुबे ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है । संभावना इस बात की है कि जल्द ही इस मामले में दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिस समय बिजल आपूर्ति बाधित हुई उस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सदन में मौजूद थें।
विधानसभा सत्र के दौरान पहले दिन बिजली सप्लाई बंद हुई थी
इससे पहले भी विधानसभा सत्र के दौरान पहले दिन बिजली सप्लाई बंद हो गयी थी। तब राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के दौरान बिजली गुल हो गयी थी। लेकिन तब तेज आंधी के बाद बारिश के कारण राजधानी के अधिकांश इलाकों में बिजली बाधित रही। पर आज न तो आंधी तूफान की स्थिति बनी थी और न ही बरसात हो रही थी। विधानसभा के सत्र के दौरान लखनऊ के मार्टिनपुरवा ट्रांसमिशन बंद होने से ट्रांसमिशन से जुड़े अभियंताओं में हड़कंप मच गया।
सपा सरकार में तीन बार आयी थी ऐसी स्थिति
हांलाकि विधानसभा सत्र के दौरान पिछली समाजवादी पार्टी की सरकार मंे भी दो तीन बार यही स्थिति बनी थी। जब अचानक एक मिनट से दो मिनट के बीच बिजली आपूर्ति बाधित हुई। पर पिछली बार राज्य सरकार ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कडा एक्शन लिया। जिसमें एक एक्सईएन सहित तीन इंजीनियरों और एक संविदाकर्मी पर कार्रवाई की गयी थी। ट्रांसमिशन के अधिशासी अभियंता विद्युत प्रखंड खंड-प्रथम लखनऊ संजय पासवान, उप खंड अधिकारी पुश्पेष गिरी तथा अवर अभियंता अमर राज को निलंबित कर दिया गया है।
प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर ट्रांसमिशन के अधिशासी अभियंता (विद्युत पारेषण खंड प्रथम) के संजय पासवान, उपखंड अधिकारी पुष्पेश गिरी और अवर अभियंता अमर राज के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। वहीं उपकेंद्र परिचालक दीपक शर्मा की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।