JEE-NEET पर बवालः राहुल-प्रियंका ने उठाई मांग, सरकार पर बनाया दबाव

प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी टिप्पणी में कहा कि सरकार को जेईई और नीट परीक्षा में प्रतिभाग करने वाले छात्रों की आवाज को दबाना नहीं चाहिए।

Update: 2020-08-28 14:06 GMT

लखनऊ: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी ने नीट और जेईई परीक्षा रद्द करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है। दोनों नेताओं के लगातार आ रहे बयान के बाद शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किए हैं। राहुल गांधी ने अपील जारी कर कहा है कि केंद्र सरकार को युवाओं के जीवन से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। उनकी बात सुनकर समस्या का समाधान करना चाहिए।

कोरोना के चलते घर से बाहर निकल कर परीक्षा देना उचित नहीं- राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर लगातार दो बार नीट और जेईई को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जारी की। अपने वीडियो संदेश में उन्होंने कोरोनावायरस बीमारी की भयावहता को देखते हुए परीक्षा का आयोजन न किए जाने की बात कही। केंद्र की भाजपा सरकार को सतर्क करते हुए कहा कि जिस तरह पूरे देश में कोरोना संक्रमण फैल रहा है। ऐसे में घर में बैठकर पढ़ाई कर रहे युवाओं को बाहर निकल कर परीक्षा देने के लिए मजबूर करना उचित नहीं है।

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राहुल गांधी जेईई और नीट का विरोध (फोटो. ट्वीटर)

 

उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में हठधर्मिता छोड़कर परीक्षा देने वाले युवाओं और उनके अभिभावकों से बात करनी चाहिए। बातचीत के आधार पर जो भी सहमति का बिंदु मिले सरकार को उसके अनुसार काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार यह ना भूले की कोरोनावायरस संक्रमण की बात है। ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चों को घर से बाहर नहीं जाने दे रहे हैं। स्कूल बंद है ऐसे में उन्हें परीक्षा देने के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए।

सरकार को नहीं दबानी चाहिए छात्रों की आवाज- प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी जेईई और नीट का विरोध (फोटो. सोशल मीडिया)

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी टिप्पणी में कहा कि सरकार को जेईई और नीट परीक्षा में प्रतिभाग करने वाले छात्रों की आवाज को दबाना नहीं चाहिए। उनकी अनसुनी नहीं करनी चाहिए। सरकार को चाहिए कि अभिभावकों और छात्रों की बात सुनें। क्योंकि छात्र ही इस देश का भविष्य हैं। जिस तरह से महामारी तेजी से बढ़ रही है ऐसे में छात्रों और छात्राओं को संक्रमण का शिकार होने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। आखिर वह हमारे बच्चे हैं।

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भाजपा को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। बल्कि देश के बच्चों की रक्षा करने के लिए आगे आना चाहिए। कांग्रेस नेताओं का बयान जारी होने के बाद शुक्रवार को पूरे दिन अलग-अलग क्षेत्रों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की जानकारी मिलती रहे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विभिन्न सरकारी कार्यालयों और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर एकत्र होकर परीक्षा टाले जाने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने परीक्षा का आयोजन जबरन कराने के लिए केंद्र सरकार और इसका समर्थन करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की निंदा भी की।

रिपोर्ट- अखिलेश तिवारी

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