Lucknow University: सहायक प्रोवोस्ट के कुत्ते ने हॉस्टल की छात्रा को काटा, सभी छात्रों ने करा धरना प्रदर्शन
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय की सहायक प्रवोस्ट के पालतु कुत्ते ने कैलाश छात्रावास की एक छात्रा को बुरी तरह काट लिया। सहायक प्रवोस्ट को छात्रावास में कुत्ता पालने के लिए अपनी पोस्ट से हटाया गया है।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय की सहायक प्रवोस्ट के पालतु कुत्ते ने कैलाश छात्रावास की एक छात्रा को बुरी तरह काट लिया।इस मामले को लेकर सभी छात्रावास की छात्राओं ने सहायक प्रवोस्ट के ख़िलाफ़ धरना प्रदर्शन भी करा।
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छात्राओं का आरोप
सभी छात्राओं ने आरोप लगाया है कि सहायक प्रवोस्ट का पालतु कुत्ता पहले भी उन्हें कई बार काट चुका है। छात्रों ने यह भी कहा कि कुछ महीने पहले इस मुद्दे को दबाये जाने के बाद यह इस तरह की दूसरी घटना है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि सहायक प्रोवोस्ट गरिमा तिवारी के पालतू कुत्तों से उन्हें लगातार परेशानी हो रही है।
उनका आरोप है कि विश्वविद्यालय में अब ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं, जिसने इस मुद्दे पर कभी गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने उपाय करने में विश्वविद्यालय की ओर से ढिलाई की निंदा की है।
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि सहायक प्रोवोस्ट ने पद से इस्तीफा दे दिया है और विश्वविद्यालय घायल लड़की के समुचित उपचार की देखभाल करेगा। छात्राओं के धरना प्रदर्शन के बाद भी उनकी न सुनी गयी तो सबने सोशल मीडिया का सहारा लेकर अपनी समस्या को सबके समक्ष रखा।
लखनऊ विश्वविद्यालय में रहती है सहायक प्रवोस्ट
लखनऊ विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रहती है सहायक प्रवोस्ट। अपने कमरे में ही एक जर्मन शेपर्ड कुत्ता पाला हुआ है जिसे वह रोज़ रात में छात्रावास परिसर में खुला छोड़ देती है। रात्रि में छात्राओं के टहलते समय कुत्ते ने उन्हें देखा और हमला बोल दिया।
बीकॉम की छात्रा को कुत्ते ने काटा
सहायक प्रवोस्ट गरिमा सिंह के कुत्ते ने बीकॉम तृतीय वर्ष की छात्रा रानी सिंह के पैर को दबोच लिया। रात्रि में ही छात्रा को विवेकानंद हॉस्पिटल ले ज़ाया गया जहाँ उसे इंजेक्शन दे कर उसका इलाज हुआ।
घटना से नाराज़ छात्राओं ने जमकर नारेबाज़ी करी और लखनऊ विश्वविद्यालय के ट्विटर पर करवाई की माँग शुरू हो गयी। छात्राओं के नारेबाज़ी करने पर सहायक प्रवोस्ट कुत्ते को अपना बच्चा कहकर उसे वहां से ले गयी। सभी छात्राओं ने कहा कि सुरक्षा के नाम पर उन्हें रात्रि 8:00 बजे के बाद हॉस्टल से नहीं निकलने दिया जाता है लेकिन छात्रावास परिसर में एक खतरनाक जर्मन शेफ़र्ड पाला हुआ है। इसकी इजाज़त उन्हें किसने दी और कहा से मिलीं। पालतु कुत्ता छात्रावास में पालने पर सहायक प्रकोस्ट को अपनी पोस्ट से हटा दिया गया है।