कोरोना ने तोड़ी सालों की परंपरा, शिक्षक संघ ने कैंसिल किया सम्मान आयोजन
लखनऊ विश्वविद़यालय शिक्षक संघ ने कोरोना महामारी के मद़देनजर अपने हर साल होने वाले शिक्षक दिवस सम्मान समारोह का आयोजन स्थगित कर दिया है।
लखनऊ: लखनऊ विश्वविद़यालय शिक्षक संघ ने कोरोना महामारी के मद़देनजर अपने हर साल होने वाले शिक्षक दिवस सम्मान समारोह का आयोजन स्थगित कर दिया है। इस मौके पर संघ ने विश्वविद़यालय कुलपति को एक मांग पत्र भी दिया है जिसमें शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं का जिक्र कर उनसे समाधान कराने की अपेक्षा की गई है।
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वार्षिक आयोजन स्थगित करने का ऐलान
लखनऊ विश्वविद़यालय शिक्षक संघ ने शिक्षक दिवस के मौके पर कोरोना महामारी से लडने के लिए सभी को दिशा दिखाई है। शिक्षक संघ ने कुलपति को भेजे अपने पत्र में समस्याओं का जिक्र करने के साथ ही अपने सबसे बडे वार्षिक आयोजन को स्थगित करने का भी ऐलान किया है। विश्वविद़यालय के शिक्षकों के सम्मान के लिए हर साल शिक्षक दिवस पर होने वाले कार्यक्रम को हालात सामान्य होने पर आयोजित करने का ऐलान किया है।
शिक्षकों के सम्मान की परंपरा कई दशक पुरानी
संघ के महामंत्री डॉ विनीत वर्मा ने बताया कि शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के सम्मान की परंपरा कई दशक पुरानी है। ऐसे में जबकि कोरोना महामारी का प्रकोप राजधानी लखनऊ समेत पूरे देश में बढ रहा है तो अपने शिक्षकों ने ही यह फैसला किया कि अपने सम्मान कार्यक्रम का आयोजन कर वह यह संदेश नहीं देना चाहेंगे कि समाज के हित और महामारी से बचाव के प्रोटोकॉल का उन्हें ध्यान नहीं है। लोगों को भी इस बात का अहसास होना चाहिए कि अपने हित में कोई ऐसा काम नहीं करें जो बडे वर्ग के हित को चोट पहुंचाता हो।
शिक्षक संघ की प्रमुख मांगे
1- विगत कई वर्षों से लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षकों की CAS योजना के तहत प्रोन्नति लम्बित हैं। इस विषय में लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार उदासीन है ऐसे में शिक्षक संघ लखनऊ विश्वविद्यालय कुलपति से प्राथमिकता के आधार पर शिक्षकों की प्रोन्नति किए जाने की मांग करता है।
2. 9000 एजीपी में प्रोन्नति मामले में 11 अक्टूबर 2017 के शासनादेश का अनुपालन लखनऊ विश्वविद्यालय में नहीं हो रहा है। इसे तत्काल लागू किया जाए।
3. लखनऊ विश्वविद्यालय में कई शिक्षकों के वेतन निर्धारण में विसंगति है। कनिष्ठ शिक्षकों को वरिष्ठ शिक्षकों से अधिक वेतन प्राप्त हो रहा है। इसका तत्काल निस्तारण हो।
4. विज्ञान संकाय के शिक्षकों को जुलाई से दिसंबर 2015 की अवधि का डीए का एरियर अभी तक प्रदान नहीं किया गया है। यह एक गंभीर वित्तीय लापरवाही है। इस विषय को वित्त अधिकारी तथा अन्य अकाउंट ऑफिस के संबंधित कर्मचारियों को अवगत करवाया जा चुका है किंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। कुलपति इसका संज्ञान लें।
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5. विगत कुछ वर्षों में नवनियुक्त शिक्षकों को पीएचडी एवं अन्य उच्च उपाधि धारक होने पर मिलने वाली अतिरिक्त वेतन वृद्धियां प्रदान नहीं की जा रही हैं।
वार्षिक वेतन
6. राज्य एवं अन्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को लखनऊ विश्वविद्यालय ने सेवा विस्तार तो दे दिया है किंतु उनको वार्षिक वेतन वृद्धि प्रदान नहीं की जा रही ।
7. लखनऊ विश्वविद्यालय में शिक्षकों की वरिष्ठता को लेकर के कई विवाद लंबित है। लूटा कार्यकारिणी एक बार पुनः निवेदन करती है कि शिक्षकों की वरिष्ठता की अद्यतन सूची यथाशीघ्र प्रकाशित की जाए।
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8. लखनऊ विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय तथा ललित कला संकाय में नियमित अधिष्ठाता की नियुक्ति लंबे समय से न होना एक गंभीर चिंता का विषय है। जल्द से जल्द विज्ञान संकाय तथा ललित कला संकाय में नियमित अधिष्ठाता की नियुक्ति की जाए।
9. जंतु विज्ञान विभाग के शिक्षकों का वरिष्ठता से संबंधित प्रत्यावेदन शिक्षक संघ को प्राप्त हुआ है । विभाग में शिक्षकों की वरिष्ठता के मामले में माननीय उच्च न्यायालय ने भी लखनऊ विश्वविद्यालय को निर्देश दिए हैं। इसका जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए।
10. समाजशास्त्र विभाग में भी नियमानुसार नियमित विभागाध्यक्ष को नियुक्त किया जाए।
11. अरबिक एवम् अरब कल्चर तथा भाषा विज्ञान विभाग को अन्य उचित स्थान पर स्थानांतरित किया जाय।
12. Covid महामारी के दृष्टिगत आगामी होने वाली वार्षिक परीक्षाओं में महामारी से शिक्षकों तथा छात्रों की सुरक्षा के लिए सभी प्रकार की आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें।
अखिलेश तिवारी
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