Lucknow Crime: पेंशनर को एक सप्ताह डिजिटल अरेस्ट कर ठगे 19 लाख रुपये, केस
Lucknow Crime: जब पीड़ित के खाते में रकम खत्म हो गई तो उन्होंने घटना की जानकारी परिजनों को दी। जिसके बाद मामले की शिकायत साइबर थाने में दर्ज कराई गई है।
Lucknow Crime: राजधानी लखनऊ में ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा घटना ठाकुरगंज थानाक्षेत्र निवासी पंचायती राज विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी कमला कान्त मिश्रा के साथ हुई है। साइबर ठगों ने उनके खाते में अवैध लेनदेन का आरोप लगाकर गिरफ्तारी वारंट का डर दिखाते हुए एक सप्ताह तक डिजिटल अरेस्ट रखा। ठगों ने डरा-धमकाकर एक सप्ताह के अंदर उनसे 19.50 लाख रुपये ठग लिए। इसके बावजूद ठगों की डिमांड कम नहीं हुई। इधर जब पीड़ित के खाते में रकम खत्म हो गई तो उन्होंने घटना की जानकारी परिजनों को दी। जिसके बाद मामले की शिकायत साइबर थाने में दर्ज कराई गई है।
यह थी पूरी घटना
पुलिस को दी गई शिकायत में ठाकुरगंज के कूचा सतगुरु सहाय निवासी कमला कांत मिश्र ने बताया कि वह 30 नवंबर 2023 को पंचायती राज्य विभाग से रिटायर हुई थे। उनके पास 6 नवंबर 2024 की सुबह 10.30 बजे एक फोन आया। फोन करने वाले ने उनका आधार नंबर बताते हुए कहा कि आपके आधार से एक खाता केनरा बैंक में खुला हुआ है। उस खाते में नरेश गोयल ने मनी लॉन्ड्रिंग के रुपये अवैध रूप से डाले हैं। पीड़ित ने जब कहा कि उनका कोई खाता केनरा बैंक में नहीं है तो आरोपी ने इसे नकारते हुए उनके अन्य खातों की डिटेल्स मांगी। इसके बाद आरोपी ने सीनियर से बात कराते हुए गिरफ्तारी वारंट जारी होने का डर दिखाया। साथ ही इस बात की जानकारी किसी और को नहीं देने की बात भी कही।
जेल जाने का डर दिखाकर की ठगी
पीड़ित ने बताया कि आरोपी ने जेल जाने का डर दिखाते हुए सभी बैंक अकाउंट की पूरी जानकारी ले ली। इसके बाद सभी खातों का पैसा RTGS के माध्यम से भेजने की बात कही। पीड़ित ने 6 नवंबर से 12 नवंबर के बीच आरोपियों के अलग-अलग खातों में 19.50 लाख रुपये भेज दिए। इसके बावजूद आरोपी लगातार और पैसों की डिमांड कर रहे थे। जब उनकी डिमांड कम नहीं हुई और पीड़ित के खाते में जमा रकम खत्म हो गई तो उसने अपने परिजनों को सूचना दी। जानकारी मिलने के बाद पीड़ित एवं उसके परिजनों ने साइबर थाने में डिजिटल अरेस्ट का मुकदमा दर्ज कराया है।