AKTU में इंजीनियरिंग छात्र इन विषयों की ले सकेंगे माइनर डिग्री, तैयार हो रही योजना

AKTU: कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि विश्वविद्यालय में अभी एक दर्जन से ज्यादा माइनर कोर्स संचालित हो रहे हैं। यह सभी रोल बेस्ड माइनर कार्यक्रम हैं। उनका कहना है कि अभी मैनेजमेंट, फार्मेसी और आर्किटेक्चर क्षेत्र से जुड़े माइनर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-10-23 09:00 IST

Lucknow News: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय और संबद्ध संस्थानों में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी अब समाजशास्त्र, मनोविज्ञान और गणित में माइनर डिग्री प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही इंडस्ट्री से जुड़े माइनर पाठ्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे। इसे लेकर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार गाइडलाइंस तैयार की जा रही हैं। 

माइनर डिग्री ले सकेंगे छात्र

कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि विश्वविद्यालय में अभी एक दर्जन से ज्यादा माइनर कोर्स संचालित हो रहे हैं। यह सभी रोल बेस्ड माइनर कार्यक्रम हैं। उनका कहना है कि अभी मैनेजमेंट, फार्मेसी और आर्किटेक्चर क्षेत्र से जुड़े माइनर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। भविष्य में समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, गणित जैसे विषयों में भी माइनर कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसकी योजना लगभग तैयार है। बीटेक चौथे सेमेस्टर में विद्यार्थी रजिस्ट्रेशन के समय माइनर्स या ऑनर्स डिग्री के चयन का विकल्प भर सकता हैं। हर माइनर्स या ऑनर्स डिग्री पाठ्यक्रम पांच विषयों और 18 से 20 क्रेडिट का एक ट्रैक होगा। 

ऑनर्स पाठ्यक्रम पूरा करना होगा 

कुलपति प्रोफेसर पांडेय का कहना है कि चौथे से आठवें सेमेस्टर तक सामान्यता एक अतिरिक्त विषय के रूप में चलाया जाएगा। विद्यार्थी को मेजर डिग्री के साथ ही ऑनर्स डिग्री के पाठ्यक्रम को पूरा करना होगा। माइनर डिग्री मेजर डिग्री से अलग ब्रांच की होगी। ऑनर्स डिग्री मेजर डिग्री की विशेष ब्रांच होगी। कुलपति के मुताबिक, कोई विद्यार्थी ऑनर्स डिग्री के पाठ्यक्रम को पूरा नहीं कर पाता तो उसकी मेजर डिग्री पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं छात्र की ओर से माइनर्स और ऑनर्स डिग्री के पूरे किए गए विषयों को उसके मेजर डिग्री की अंक तालिका में अतिरिक्त विषय और क्रेडिट के रूप में दर्ज किया जाएगा। जिससे छात्र को इसका लाभ आगे मिल सके।

छठे सेमेस्टर के बाद लेटरल एग्जिट ले सकेंगे छात्र 

एकेटीयू में अब शैक्षिक सत्र 2024-25 के बाद विद्यार्थियों के पास लेटरल एग्जिट का भी विकल्प होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत एग्जिट पॉलिसी बनाने के लिए समिति का गठन भी कर दिया गया है। समिति में प्राविधिक विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति, लायर्ड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक प्रो. राजीव अग्रवाल, अधिष्ठाता परास्नातक एवं शोध और अधिष्ठाता स्नातक अध्ययन का नाम शामिल है। कुलपति प्रो. जेपी पांडेय का कहना है कि एनईपी के तहत एग्जिट पॉलिसी तैयार की जाएगी। जिससे विद्यार्थियों को विवि या संस्थान से निकास में कोई परेशानी न आए।

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