Lucknow News: एलडीए अधिकारियों को किसानों ने बनाया बंधक, मकानों का सर्वे करने पहुंचे थे गांव
Lucknow News: एसीपी गोसाईंगंज किरण यादव ने कहा कि मामला संज्ञान में है। दो थानों की फोर्स मौके पर भेजी गई है। नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
Lucknow News: राजधानी लखनऊ में एलडीए, आवास विकास के साथ किसानों का टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला शुक्रवार को सिकंदरपुर अमोलिया गांव से सामने आया है। जहां मकानों का सर्वे करने गई एलडीए की टीम को किसानों ने बंधक बना लिया। इसके बाद आक्रोशित किसान उन्हें लेकर सुल्तानपुर रोड स्थित खुर्दही में रिंग रोड पर चल रहे धरने में ले आए। यहां सभी ने अधिकारियों को जबरन बैठा लिया और उनसे आने का कारण पूछा जा रहा है। साथ ही किसानों ने मांग की है कि अब एलडीए के वीसी को मौके पर बुलाया जाए तभी अधिकारियों को छोड़ा जाएगा अन्यथा उन्हें नहीं छोड़ेंगे। अक्रोशित किसान सर्वे करने पहुंची टीम में शामिल अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी अभद्रता आदि के आरोप में मुकदमा दर्ज कराने की मांग भी कर रहे हैं। वहीं, अधिकारियों के बंधक बनाए जाने की बात से पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए हैं। एसीपी गोसाईंगंज किरण यादव ने कहा कि मामला संज्ञान में है। दो थानों की फोर्स मौके पर भेजी गई है। नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
किसानों ने धोखाधड़ी का लगाया आरोप
ज्ञात हो कि बीते करीब 43 दिनों से भारतीय किसान यूनियन टिकैत के बैनर तले विभिन्न मांगों को लेकर किसान सुल्तानपुर रोड पर रिंग रोड अंडर पास के नीचे धरना दे रहे हैं। गुरुवार को किसानों ने बड़ी संख्या में पैदल ही धरना स्थल से सीएम आवास के लिए कूच कर दिया था। आनन फानन में मौके पर पहुंचे एलडीए, आवास विकास और पुलिस के अधिकारियों ने किसी तरह समझा बुझाकर किसानों को HCL के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोका था। इससे करीब दो घंटे सुल्तानपुर रोड बाधित रही। किसानों की मांग थी कि मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया जाए तभी वार्ता होगी। काफी मान मनौव्वल के बाद 26 अक्टूबर को एलडीए वीसी और 4 नवंबर को आवास आयुक्त से मिलने का लिखित में आश्वासन दिया गया। इसके बाद किसानों ने रास्ता छोड़ा और फिर जाम खोला गया।
आज अचानक पहुंचे थी एलडीए की सर्वे टीम
शुक्रवार को एलडीए की टीम अचानक सिकंदर पुर अमोलिया गांव पहुंच गई। इसकी सूचना जब ग्रामीणों को हुई तो बड़ी संख्या में लोग वहां एकत्र होकर हंगामा करने लगे। इसके बाद किसानों ने उन्हें बंधक बना लिया। सभी किसान टीम में शामिल अवर अभियंता भरत पांडेय, प्रमोद पांडेय, योगेंद्र प्रताप सिंह, लक्ष्मी शंकर और सुरेश सिंह को लेकर धरना स्थल पर पहुंच गए। यहां उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। अधिकारियों को बंधक बनाए जाने की सूचना जब पुलिस को मिली तो तत्काल मौके पर दो थानों की फोर्स पहुंची। इस बीच किसान लगातार एलडीए वीसी को मौके पर बुलाने की मांग करते रहे।
पुलिस ने समझाया, लिखित आश्वासन लेकर छोड़ा
मौके पर पहुंचे सुशांत गोल्फ सिटी इंस्पेक्टर अंजनी कुमार मिश्रा ने किसी तरह किसानों को समझा बुझाकर शांत कराया। साथ ही अधिकारियों को छोड़ने की बात कही। इस पर किसानों ने लिखित आश्वासन देने की मांग की। किसानों के कहने पर एलडीए अधिकारियों ने सादे कागज पर लिखा कि "जब तक विकास प्राधिकरण और किसानों की वार्ता नहीं होती तब तक बिना अनुमति स्थल पर नहीं आएंगे"। इसके साथ ही किसानों ने सभी के नाम पद और मोबाइल नंबर भी कागज पर नोट करा लिए। काफी देर चले हंगामे के बाद किसानों ने अधिकारियों को छोड़ा।