Lucknow Crime: अब थाने पर गलती के लिए थानेदार के साथ ही नपेंगे अन्य जिम्मेदार, कमिश्नर ने बांटे काम

Lucknow Crime: खासतौर से महिला सुरक्षा एवं उनसे जुड़े अपराधों को लेकर प्रत्येक थाने पर एक महिला उप-निरीक्षक को जिम्मेदारी दी गई है।

Report :  Santosh Tiwari
Update: 2024-09-04 16:06 GMT

Photo- Social Media

Lucknow Crime: थाने पर होने वाली किसी भी गलती और लापरवाही के लिए अब थानेदार के साथ ही अन्य मातहतों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी। राजधानी लखनऊ के पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सेंगर ने इसे लेकर बुधवार शाम से नई व्यवस्था लागू कर दी है। अब समस्याएं लेकर थाने पर आने वाले नागरिकों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। थाने पर बनी हेल्प डेस्क प्रत्येक नागरिक को उसकी समस्या से जुड़े पुलिस अधिकारी के बारे में जानकारी देगी। इसके बाद अगर थानेदार थाने पर नहीं भी मौजूद रहेंगे तो भी उनकी समस्या के लिए तैनात अधिकारी शिकायतों को सुनकर उनका निस्तारण करेंगे। खासतौर से महिला सुरक्षा एवं उनसे जुड़े अपराधों को लेकर प्रत्येक थाने पर एक महिला उप-निरीक्षक को जिम्मेदारी दी गई है।

यह होगी थानेदार की जिम्मेदारी

1. थाना क्षेत्र में अपराध एवं अपराधियों पर नियंत्रण तथा शांति व्यवस्था बनाये रखना ।

2. उच्चाधिकारियों द्वारा दिये गये आदेशों- निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करना तथा अधीनस्थों से अनुपालन करवाना।

3. थाना क्षेत्र में निवास करने वाले आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों की जानकारी रखना तथा उनकी गतिविधियों पर निगरानी रखना।

4. थाना क्षेत्र में निवास करने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान करना एवं उनके विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही करवाना।

5. थाना मालखाना के शस्त्र एवं कारतूस का मिलान कर उसका रिकॉर्ड बनाए रखना।

6. प्रतिदिन कैशबुक का अवलोकन।

7. प्रतिदिन उच्चाधिकारियों से प्राप्त डाक का अवलोकन एवं उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन करना व कराना।

8. प्रभारी निरीक्षक की गोपनीय पुस्तिका का सुरक्षित रखरखाव एवं उसमें तत्सम्बन्धी प्रविष्टियों का अंकन।

9. नित्य प्रति रोजनामचाआम के बंदी का अवलोकन।

10. थाना क्षेत्र की समस्त महत्वपूर्ण घटनाओं एवं क्षेत्र की स्थिति से उच्चाधिकारियों को अविलम्ब अवगत कराना व उस पर प्रभावी कार्यवाही कराना ।

11. अधीनस्थों का समय- समय पर ब्रीफिंग एवं डी-ब्रीफिंग

12. अपने पर्यवेक्षण में अधीनस्थों का कार्यक्षेत्र का आवंटन कराना।

अतिरिक्त निरीक्षक के जिम्मे यह काम

1- विवेचनाओं का पर्यवेक्षण।

2- विवेचकों का पर्यवेक्षण।

3-साईबर अपराधों की विवेचना / जाँच / कार्यवाही।

4- न्यायालय प्रकरणों के सम्बन्ध में तत्परता से कार्यवाही कराना ।

5- मालखाना / माल मुकदमाती का रखरखाव एवं मालों का निस्तारण।

6. फील्ड यूनिट से समन्वय।

वरिष्ठ उप निरीक्षक (आधारभूत संरचना / मूलभूत व्यवस्थाएं) देखेंगे यह व्यवस्था

1-मानव अधिकार संरक्षण, प्रबन्धन।

2-बजट के अनुसार क्रय।

3-राजकीय सम्पत्ति का रखरखाव, अनुरक्षण, निष्प्रयोज्यीकरण ।

4- शिफ्ट परिवर्तन एवं ब्रीफिंग।

5-मोटरवाहन।

6-भवन रखरखाव, मरम्मत।

7-स्टेशनरी।

उप निरीक्षक (आन्तरिक प्रशासन) की जिम्मेदारी 

1. ड्यूटी लगाना।

2. गश्त चार्ट निर्धारण ।

3. वेतन, यात्रा भत्ता, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, चिक खुराक आदि।

4. अवकाश का रिकार्ड ।

5. कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण।

6. थाना परिसर की साफ- सफाई।

उप निरीक्षक (नागरिक सेवायें) का जिम्मा 

1-सामुदायिक पुलिसिंग।

2- सिविल डिफेन्स।

3-विशेष पुलिस अधिकारी।

4- ग्राम प्रहरी।

5-वेरिफिकेशन- पासपोर्ट, पीवीआर, सीवीआर, एमवीआर आदि।

6. डिजिटल वॉलंटियर / S-10 से समन्वय।

7. सिटीजन सर्विसेज का प्रभावी संचालन।

उप निरीक्षक (महिला सुरक्षा) के कार्य 

1- मिशन शक्ति कार्यवाही।

2- एन्टीरोमियो स्क्वाड।

3-घरेलू हिंसा।

4. महिला सम्बन्धी अपराध एवं सुरक्षा।

5. महिला हेल्प डेस्क का संचालन।

6. महिला बीट का संचालन।

उप निरीक्षक (तकनीकी) की जिम्मेदारी 

1-कम्प्यूटर एवं आईटी सम्बन्धी कार्य।

2-सर्विलांस एवं साईबर प्रबन्धन।

3-सीसीटीवी का रख रखाव एवं विश्लेषण।

4. सीसीटीएनएस का प्रभावी संचालन।

5. PA System / वायरलेस।

उप निरीक्षक (कण्ट्रोल रूम / यूपी 112) के जिम्मे यह काम 

1. यू0पी0- 112 का प्रबन्धन।

2. कण्ट्रोल रूम से समन्वय।

3. वी0आई0पी0 ड्यूटी। 

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