Lucknow University: विद्यार्थियों के लिए एसएएस प्रोग्रामिंग कोर्स शुरू, वर्किंग प्रोफेशनल्स भी कर सकते हैं आवेदन

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में सांख्यिकी विभाग के छात्रों के लिए एसएएस प्रोग्रामिंग कोर्स शुरू करने की तैयारी है।जिसकी अवधि 16 से चार मई तक निर्धारित है।;

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-03-13 11:55 IST

Lucknow University  (photo: social media )

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के सांख्यिकी विभाग में अब विद्यार्थियों को एसएएस यानी स्टैटिस्टिकल एनालिसिस सिस्टम प्रोग्रामिंग सिखाई जाएगी। इसके लिए योजना तैयार का ली गई है। नए कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू

लखनऊ विश्वविद्यालय में सांख्यिकी विभाग के छात्रों के लिए एसएएस प्रोग्रामिंग कोर्स शुरू करने की तैयारी है।जिसकी अवधि 16 से चार मई तक निर्धारित है। इस कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है। आयोजन सचिव डॉ. शांभवी मिश्रा के अनुसार आज देश विदेश की लगभग हर कंपनी में एसएएस प्रोग्रामिंग का उपयोग हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस प्रोग्रामिंग के माध्यम से डाटा मैनेजमेंट, बिजनेस इंटेलिजेंस और एडवांस एनालिटिक्स का काम आसानी से किया जा सकता है। सबसे ज्यादा मांग फार्मास्यूटिकल, हेल्थकेयर और एनजीओ क्षेत्र में है। डॉ. मिश्रा ने कहा कि इस कोर्स के लिए यूजी-पीजी छात्र और रिसर्च स्कॉलर रजिस्ट्रेशन करा सकता है। इसके साथ ही वर्किंग प्रोफेशनल भी आवेदन कर सकते हैं।

शनिवार और रविवार को होंगी कक्षाएं

एसएएस प्रोग्रामिंग कोर्स के अंतर्गत एक हफ्ते में दो दिन कक्षाएं होंगी। अधिकतम दो घंटे क्लास चलेंगी। विशेष रूप से शनिवार और रविवार को कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। कोर्स के लिए कक्षाओं का संचालन ऑनलाइन माध्यम से किया जाएगा। इसमें विद्यार्थियों को बेसिक से लेकर एडवांस एसएएस प्रोग्रामिंग सिखाई जाएगी। इसके लिए स्नातक, परसनातक, रिसर्च स्कॉलर और वर्किंग प्रोफेशनल्स रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

कोर्स के लिए समिति गठित

नए कोर्स में एसएएस प्रोग्रामिंग इंडस्ट्री के लोग ही सिखाएंगे। ऑप्टम कंपनी में लीड डाटा साइंटिस्ट के रूप में काम कर रहे अनंत प्रकाश अवस्थी छात्रों को इसके बारे में बताएंगे। साथ ही नैविटास लाइफ साइंसेज के सीनियर एसएएस प्रोग्रामर धनंजय श्रीवास्तव कोर्स में प्रोग्रामिंग सिखाएंगे। एसएएस सॉफ्टवेयर की कीमत काफी अधिक है। करीब 15 से 20 लाख रूपये कीमत होने के कारण अन्य शिक्षण संस्थानों में इसे नहीं पढ़ाया जाता है। कोर्स के लिए नौ सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति के समन्वयक विभागाध्यक्ष प्रो. मसूद एम. सिद्दीकी और आयोजन सचिव डॉ. शांभवी मिश्रा हैं। समिति में सलाहकार प्रो. राजीव पांडेय, प्रो. शशि भूषण, डॉ. रोहिनी यादव, डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. आकाश अस्थाना, डॉ. अशोक कुमार और डॉ. अनुपमा सिंह शामिल हैं।

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