Lucknow Weather Today 29 June 2023: लखनऊ में मौसम हुआ सुहाना, IMD ने जारी किया अलर्ट, जाने बारिश कब होगी ?
Lucknow Weather Today 29 June 2023: मानसून अब प्रभावी होता नजर आ रहा है। लखनऊ के आसमान में बादलों का असर है। बारिश ने तापमान में बड़ी गिरावट ला दी है।
Lucknow Ka Mausam 29 June 2023: उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी रंगत में है। प्रदेश के हर जिले में बारिश हो रही है। राजधानी लखनऊ में भी बुधवार शाम अच्छी बरसात हुई, जिसके बाद मौसम ठंडा हो गया। यूपी में मानसून आ जाने के बावजूद लखनऊ सूखा था। बादलों की आवाजाही से राजधानीवासियों को धूप से भले ही राहत मिली थी, मगर गर्मी-उमस ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया था। रिमझिम फुहारों ने राहत दी है।
यूपी में अब मानसूनी बारिश तमाम इलाकों में हो रहे हैं। आसमान में काले घने बादलों का राज है। हवा की रफ्तार बढ़ने से लोगों को गर्मी और उमस जैसी स्थिति से बहुत हद तक राहत मिली है। हालांकि, आर्द्रता अधिक रहने की वजह से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में बताया कि, गुरुवार (29 जून) से मानसून का असर उत्तर प्रदेश के सभी भागों में व्यापक रूप से नजर आएगा।
बारिश ने बदल दी लखनऊ की फिजा
लखनऊ में मानसूनी बरसात ने फ़िज़ा बदल दी है। मौसम विभाग का कहना है 29 जून से 01 जुलाई तक राजधानी और आसपास के इलाकों में गरज के साथ-साथ बौछारों का अनुमान है। प्रदेश में मानसून अब प्रभावी हो गया है। पूर्वानुमान में अगले 10 दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जाहिर की गई है। वर्षा जैसी स्थितियों की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। विभाग के अनुसार, गुरुवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25 डिग्री के करीब रह सकता है। विभाग की मानें तो फ़िलहाल तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट रह सकता है। दिन में 15 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हवाएं भी लोगों को राहत देगी।
पूर्वांचल और वेस्ट यूपी में मौसम खुशगवार
लखनऊ में आने वाले दिनों में भी अच्छी मानसूनी बारिश का अनुमान जताया गया है। कमोबेश ऐसी ही स्थिति पूर्वांचल के इलाकों में भी नजर आ रही है। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Rain Western UP) में पहले से ही काफी अच्छी बारिश हुई है। जिस कारण वेस्ट यूपी और तराई क्षेत्र के लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली।
खरीफ फसल को फायदा
मानसूनी बादलों के उमड़-घुमड़ से खरीफ फसल (Monsoon crops) की पैदावार अच्छी होने की उम्मीद है। बारिश देख किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। हालांकि, इस साल गर्मी के मौसम में जरूरत के अनुसार बारिश ना होने से खेतों में धान का बिचड़ा लगाने के लिए भी पटवन का सहारा लेना पड़ा। जिससे किसानों की लागत काफी बढ़ गयी। अब जब वर्षा शुरू हुई है तो पानी पर उम्मीदें भी तैरने लगी है।