Lucknow News: 'मनी लॉन्ड्रिंग केस में फसी हो, 45 दिन की होगी जेल', लखनऊ में महिला डॉक्टर को ठगों ने 9 दिनों तक रखा Digital Arrest
Lucknow Crime News: पीड़िता ने जानकारी देते हुए बताया कि सिम वैरिफिकेशन के लिए आया कॉल कट होने के तुरंत बाद व्हाट्स ऐप पर एक वीडियो कॉल आई, जिसमें पुलिस की वर्दी पहने एक ठग ने खुद को दिल्ली पुलिस का सीनियर इंस्पेक्टर अनिल बताया और पूछताछ शुरू कर दी।;
Lucknow News in Hindi: तेजी से बढ़ रहे इंटरनेट के इस्तेमाल के साथ जालसाजों ने साइबर क्राइम तेजी से करना भी शुरू कर दिया। इसी के साथ ही देश के अलग अलग हिस्सों में लोगों को डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से ठगी करने का कारोबार भी शुरू होने लगा। इसी डिजिटल अरेस्ट से जुड़ा एक मामला राजधानी लखनऊ से सामने आया, जहां मानक नगर की रहने वाली एक महिला डॉक्टर को 9 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके ठगों ने जेल जाने का डर दिखाकर 3.40 लाख रुपए ठग लिये।
महिला डॉक्टर को फोन करके ठगों ने आधार कार्ड से सिम लेने का किया जिक्र
लखनऊ के मानक नगर स्थित चित्रगुप्त नगर निवासी डॉ. अनुरूपा राय ने पुलिस को बताया कि इस ठगी की शुरुआत बीते साल 26 दिसंबर को हुई थी, जिसमें एक ठग ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताकर फोन किया और पीड़िता के आधार कार्ड पर एक सिम लिए जाने की जानकारी दी। ठग के जरिये बताया गया कि उस सिम वाले नंबर से कई लड़कियों को न्यूड वीडियो भेजे जा रहे हैं, जिसकी जांच दिल्ली पुलिस कर रही है।
वीडियो कॉल पर इंस्पेक्टर बनकर ठगों ने मनी लांड्रिंग केस में फसने की कही बात
पीड़िता ने जानकारी देते हुए बताया कि सिम वैरिफिकेशन के लिए आया कॉल कट होने के तुरंत बाद व्हाट्स ऐप पर एक वीडियो कॉल आई, जिसमें पुलिस की वर्दी पहने एक ठग ने खुद को दिल्ली पुलिस का सीनियर इंस्पेक्टर अनिल बताया और पूछताछ शुरू कर दी। वीडियो कॉल पर रहने वाले ठग ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग केस में आप फंसी हैं, जिसके चलते आपको 45 दिन की जेल होगी। जांच के नाम पर ठगों ने पीड़िता की एफडी और बचत खाते की सारी जानकारी हासिल कर ली और जांच पूरी होने तक किसी से बात न करने और किसी से भी संपर्क न करने का दबाव बनाया।
मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद मो० नवाब मालिक से जोड़ा पूरा खेल
पीड़िता के अनुसार, इंस्पेक्टर बनकर कॉल करने वाले ठग ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद मो० नबाव मलिक का जिक्र करते हुए कहा कि उसके घर से आपका बैंक आफ बड़ौदा दिल्ली ब्राच का पास बुक और एटीएम कार्ड मिला है। आप भी इसमें इन्वाल्व है, आपको और आपकी फैमिली को 45 दिनों के लिए कस्टडी में रखेंगे।
9 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखकर ठग लिए 3.40 लाख रुपए
पीड़िता के अनुसार, पूछताछ और जांच के नाम पर उन्हें 9 दिनों तक वीडियो कॉल पर ही रखा गया। इन 9 दिनों में उन्होंने अपने अलग अलग अकॉउंट में मुझसे 3.40 लाख रुपये ठग लिए। 9 दिन बाद जब दोस्त की ओर से मेरे साथ हुई ठगी की जानकारी दी गई तो इसका एहसास और थाने में तहरीर दी गई। इस मामले पर थाना प्रभारी ने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर धारा 318(4), 319(2) और 66D के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।