Lucknow News: विमानन कंपनियां बुजर्गों और दिव्यांगो की जान से कर रही खिलवाड़, जांच में खुलासा इंडिगो को नोटिस जारी

Lucknow News: नागर विमानन निदेशालय (डीजीसीए) की जांच में गुरुवार को बड़ा खुलासा हुआ। डीजीसीए के अधिकारियों ने बताया कि विमानन कंपनियां बुजुर्गों और दिव्यांगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रही हैं।

Update: 2023-07-06 08:36 GMT
सांकेतिक तस्वीर ( सोशल मीडिया)

Lucknow News: नागर विमानन निदेशालय (डीजीसीए) की जांच में गुरुवार को बड़ा खुलासा हुआ। डीजीसीए के अधिकारियों ने बताया कि विमानन कंपनियां बुजुर्गों और दिव्यांगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रही हैं। व्हील चेयर से जाने वाले यात्रियों को सुरक्षित तरीके से न तो विमान तक और न ही टर्मिनल तक ले जाया जा रहा है। डीजीसीए की जांच के बाद एक एयरलाइंस को नोटिस दिया गया है, साथ ही कुछ एयरलाइंस को सुधार करने की चेतावनी दी गई है।

डीजीसीए के अधिकारियों ने लखनऊ में औचक निरीक्षण किया, इस दौरान देखा कि बुजुर्गों और दिव्यांगों को लाने ले जाने में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। अधिकारियों ने पाया कि टर्मिनल के बाहर दो यात्रियों को व्हील चेयर पर बैठाकर ले जाया जा रहा है और उन यात्रियों को सुरक्षा बेल्ट नहीं लगाई गई है। विमान के पास पहुंचने पर रैम्प पर व्हील चेयर चढ़ाते समय भी बेल्ट नहीं लगाई गई। इसके बाद दूसरे यात्री को भी बिना सुरक्षा बेल्ट लगाए रैम्प से विमान में चढ़ा दिया गया। अधिकारियों ने ये सब देखने के बाद विमानन कंपनियों के कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई साथ ही, यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ न करने की चेतावनी दी।

डीजीसीए के अधिकारियों ने इंडिगों को नोटिस जारी किया है, साथ ही जल्द इंडिगो से जवाब भी मांगा गया है। इसके अलावा अन्य कई एयरलाइंस कंपनियों को चेतावनी दी गई है। सूत्रों के मुताबिक इसके पहले भी इंडिगो एयरलाइंस को चेतावनी दी जा चुकी है, उसके बावजूद उनकी कार्यशाली में कोई सुधार नहीं हुआ। डीजीसीए को लगातार यात्रियों की सुरक्षा के हो रही खिलवाड़ की शिकायतें मिल रही थी, इसके बाद अधिकारियों ने मौके पर जाकर औचक निरीक्षण किया, जिसमें शिकायतें सही पाई गईं।

जानकारी के मुताबिक राजधानी लखनऊ से रोजाना करीब 115 से 118 विमान उड़ान भरते हैं, इनमें लगभग 18 से 20 हजार यात्री प्रतिदिन सफर करते हैं। इन यात्रियों में सैकड़ों यात्री बुजुर्ग और दिव्यांग शामिल होते हैं जो राजधानी लखनऊ से अन्य शहरों में इलाज करवाने के लिए जाते हैं।

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