Lucknow Ekana Stadium: लखनऊ इकाना हादसे से दहले लोग, मौतों का जिम्मेदार कौन ?
Lucknow Ekana Stadium Accident: घटनास्थल का मंजर इतना खौफनाक था कि जिसने भी देखा उसके रोंगटे खड़े हो गए। लोहे का बना भारी-भरकम होर्डिंग ने स्कॉर्पियो को चकनाचूर कर दिया।
Lucknow Ekana Stadium Accident: राजधानी लखनऊ में कल यानी सोमवार 5 जून को इकाना क्रिकेट स्टेडियम के पास बड़ा हादसा हो गया। सोमवार शाम आई आंधी में स्टेडियम में लगी विशाल होर्डिंग अचानक गिर गई। जिसकी चपेट में वहां से गुजर रही एक स्कॉर्पियो कार आ गई। गाड़ी में ड्राइवर समेत तीन लोग सवार थे। जिनमें से दो तो मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि ड्राइवर अस्पताल में इलाजरत है।
घटनास्थल का मंजर इतना खौफनाक था कि जिसने भी देखा उसके रोंगटे खड़े हो गए। लोहे का बना भारी-भरकम होर्डिंग ने स्कॉर्पियो को चकनाचूर कर दिया। क्षतिग्रस्त स्कॉर्पियो को देखकर हादसे की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस दर्दनाक हादसे में मारे गए लोगों में एक मां और उसकी 15 वर्षीय बेटी शामिल है। वहीं, ड्राइवर का इलाज लोहिया अस्पताल में चल रहा है।
मौतों का जिम्मेदार कौन ?
इकाना स्टेडियम के होर्डिंग के चपेट में आने पर हुई मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है, ये सवाल हर किसी के जेहन में है। पुलिस-प्रशासन इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहा है। जांच-पड़ताल में सामने आया कि जो विशाल होर्डिंग गिरी है, वह इकाना स्टेडियम की सबसे बड़ी होर्डिंह थी। इसी पर इकाना स्पोर्ट्स सिटी लिखा हुआ था। पड़ताल में सामने आया कि होर्डिंग स्टेडियम परिसर में ही चबूतरे पर नट बोल्ट से कसा हुआ था। बताया जा रहा है कि काफी समय से मरम्मत न होने की वजह से इसमें जंक लग गई थी।
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जंग लगने की वजह से यह कमजोर होने लगी थी। लेकिन इकाना प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं गया। सोमवार शाम को जब तेज आंधी आई तो यह उसे बर्दाश्त नहीं कर पाई और भरभराकर बाहर की ओर गिर गई। ठीक उसी समय नीचे एक स्कॉर्पियो गुजर रही थी, जो इसकी चपेट में आ गई। ये हादसा साफतौर पर इकाना प्रशासन की लापरवाही को दिखाता है। अगर समय रहते होर्डिंग से जुड़े मरम्मत कार्य कर लिए गए होते तो आज ये दुखद हादसा नहीं होता और दो निर्दोष लोगों की जानें नहीं जातीं।
पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे सवाल ?
इकाना हादसा मामले में बड़ा अपडेट आया है। होर्डिंग हादसे को लेकर निशाने पर आए इकाना प्रशासन के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में स्टेडियम प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हादसे में एकमात्र जीवित बचे मोहम्मद सरताज जो गाड़ी चला रहे थे उसके भाई की शिकायत पर देर रात सुशांत गोल्फ सिटी थाने में इकाना प्रशासन पर एफआईआर दर्ज की गई।
एडिशनल सीपी साउथ शशांक सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि हादसे में घायल शख्स के भाई की तहरीर पर धारा 304ए (लापरवाही से किसी की मौत हो जाना) व धारा 338 (ऐसा काम करना जिससे मानव जीवन खतरे में पड़ जाए)। हालांकि, पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल भी उठ रहे हैं क्योंकि इस मामले में इकाना प्रशासन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए। आरोप है कि पुलिस कमजोर धारा लगाकर जिम्मेदार लोगों को बचाना चाहती है।
मां-बेटी की हुई मौत
हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की शिनाख्त 38 वर्षीय प्रीति जग्गी के रूप में हुई है, जो कि इंदिरानगर सी ब्लॉक की निवासी है। वह अपनी 15 वर्षीय बेटी एंजेल के साथ कल शाम घुमने निकली थी। उनकी कार का ड्राइवर मोहम्मद सरताज खुर्रमनगर का रहने वाला है। मृतकों के परिवार की ओर से इकाना प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज कराने की फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है।