Lucknow News: गणपति पूजा की तैयारियां हुई तेज, रानी पद्मावती के महल जैसा भव्य पंडाल बनेगा, जानें इस बार क्या है खास

Lucknow News: कमिटी के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता के अनुसार यह महलनुमा पंडाल लगभग 90 फुट ऊंचा और पूरी तरह वातानुकूलित व वॉटरप्रूफ रहेगा। कोलकाता से आए लगभग 30 कारीगर इसे 10 अगस्त से तैयार कर रहे हैं।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-09-03 12:30 GMT

Lucknow News: राजधानी में जल्द ही गणेश चतुर्थी की धूम शुरु होने वाली है। जगह-जगह पर पंडाल बनाने की तैयारी जोरों पर है। इस बार शहर के सबसे बड़े गणपति पंडालों में से एक झूलेलाल वाटिका में सातवीं शताब्दी में बने महारानी पद्मावती के चित्तौड़ के महल की तरह गणपति पूजा का पंडाल बनाया जा रहा है। इस भव्य पंडाल का ढांचा बनकर तैयार हो गया है। बता दें कि सात सितंबर से गणपति पूजा शुरु होनी है।


14000 वर्ग फीट में सजेगा पंडाल

इस साल श्रीगणेश प्राकट्य कमिटी की ओर से हनुमान सेतु के पास स्थित श्री झूलेलाल वाटिका में 14,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में महल तैयार करवाया जा रहा है। पंडाल का ढांचा बनकर लगभग तैयार हो गया है। मुंबई के श्रीसिद्ध विनायक मंदिर की तर्ज पर यहां पर भी सिद्ध विनायक का दरवार सजाया जाएगा।

वातानुकूलित और वॉटरप्रूफ होगा पंडाल

गणेश चतुर्थी का त्योहार सात सितंबर से शुरु होने जा रहा है। इसी दिन से पंडाल में पूजा आरंभ होगी। कमिटी के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता के अनुसार यह महलनुमा पंडाल लगभग 90 फुट ऊंचा और पूरी तरह वातानुकूलित व वॉटरप्रूफ रहेगा। कोलकाता से आए लगभग 30 कारीगर इसे 10 अगस्त से तैयार कर रहे हैं।


सिद्ध विनायक मंदिर जैसी मूर्ति स्थापित होगी

झूलेलाल वाटिका में तैयार हो रहे पंडाल में मुंबई के श्रीसिद्ध विनायक मंदिर की प्रतिमा की तरह मूर्ति स्थापित की जाएगी। पीछे का बैक ग्राउंड भी सिद्ध विनायक मंदिर जैसा ही होगा। शहर के ही मूर्तिकार श्रवण प्रजापति साढ़े पांच फुट ऊंची गणेश जी की प्रतिमा वना रहे हैं।

मनौतियों की चिट्ठी के लिए अलग से पंडाल

कमिटी के अध्यक्ष घनश्याम अग्रवाल ने बताया कि मनौतियों के राजा गणपति को चिट्ठी लिखने के लिए इस बार चार हजार वर्ग फुट में अलग से एक भव्य पंडाल बनाया जाएगा। इस बार लोगों को चिट्ठी लिखने के लिए विशेष कागज मिलेगा।

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