Lucknow Crime: क्राइम ब्रांच करेगी रिटायर्ड जज की बेटी की मौत की जांच
Lucknow Crime: जांच के दौरान हत्या की पुष्टि नहीं होने पर पीजीआई पुलिस ने मुकदमे से हत्या की धारा हटा दी थी और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
Lucknow Crime: पीजीआई थानाक्षेत्र के अरावली अपार्टमेंट की दसवीं मंजिल से गिरकर सेवा निवृत्त जज एसपी तिवारी की बेटी प्रीति (42) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की जांच अब क्राइम ब्रांच करेगी। अभी तक इसकी विवेचना पीजीआई थाने की पुलिस कर रही थी। हालांकि मृतका के पिता इस जांच से संतुष्ट नहीं थे इसलिए उन्होंने डीजीपी प्रशांत कुमार से मिलकर पुलिस की किसी अन्य शाखा से जांच करने की मांग की थी। इसके बाद डीजीपी के आदेश पर JCP क्राइम ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी है।
डीसीपी क्राइम करेंगे निगरानी
पिता की मांग पर अब इस पूरे मामले की जांच डीसीपी क्राइम के पर्यवेक्षण में की जाएगी। सोमवार को जेसीपी के आदेश के बाद विवेचना क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। हालांकि, पिता ने घटना के बाद अपने दामाद रवींद्र कुमार द्विवेदी के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। पुलिस ने रवींद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं, जांच के दौरान हत्या की पुष्टि नहीं होने पर पीजीआई पुलिस ने मुकदमे से हत्या की धारा हटा दी थी और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
6 नवंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी मौत
पीजीआई थानाक्षेत्र के अरावली अपार्टमेंट की चौथी मंजिल पर फ्लैट संख्या 404 में प्रीति अपने पति और दो बच्चों के साथ रहती थी। बीते 6 नवंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में बिल्डिंग की दसवीं फ्लोर से गिरकर उनकी मौत हो गई। मृतका के पिता ने आरोप लगाया था कि दामाद रवींद्र के ऊपर 80 लाख रुपये का लोन था। इसे चुकाने के लिए वह बेटी को प्रताड़ित करता था साथ ही रुपयों की मांग करता था। पिता ने यह भी आरोप लगाया कि दामाद अक्सर बेटी से मारपीट करता था। मांग नहीं पूरी होने पर आरोपी ने बेटी की हत्या की है।