Lucknow University: योग और रोग विषय पर हुआ सेमिनार, वक्ता बोले- कई रोगों को दूर करने में सहायक मौसमी सब्जियां
Lucknow University: मुख्य वक्ता बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो. एचएच अवस्थी ने कहा कि कोई व्यक्ति योगिक दृष्टिकोण से तभी स्वस्थ है जब वह शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ्य हो।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मद्देनजर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में योग और रोग विषय पर सेमिनार आयोजित हुआ। यहां बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो. एचएच अवस्थी मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे।
योग व रोग विषय पर हुआ सेमिनार
एलयू के योग संकाय स्थित योग हॉल में शुक्रवार को योग और रोग विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो. एचएच अवस्थी ने कहा कि कोई व्यक्ति योगिक दृष्टिकोण से तभी स्वस्थ है जब वह शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ्य हो। योग स्वास्थ्य के इन चारों आयाम को बराबर महत्व देता है। शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ रहना जरूरी है । आसन, प्राणायाम, मुद्रा बन्ध और ध्यान के अभ्यास से कई रोगों को दूर किया जा सकता है।
मौसमी सब्जियों से रोग होते कम
योग सेमिनार में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के योग प्रशिक्षक डॉ. ब्रिजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि शरीर में किसी प्रकार का रोग उत्पन्न न हो उसके लिए भोजन बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। ऐसे भोजन को ग्रहण करना चाहिए जो आसानी से पच जाए। खट्टे, कड़वे, मसालेदार भोजन के सेवन से बचना चाहिए। मौसमी फल और सब्जियों का सेवन प्रतिदिन करना चाहिए।
स्वस्थ जीवन जीने का तरीका योग
योग एक्सपर्ट पूजा सिंह ने कहा कि योग सिर्फ रोगों का नाश नहीं करता। बल्कि स्वस्थ जीवन जीने और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त करने का तरीका है। इण्डियन योग फेडरेशन की योगाचार्य दीपा श्रीवास्तव ने कहा कि रोग पहले शरीर को फिर मन को भी रोग ग्रस्त करते हैं। अधिष्ठाता प्रो. अशोक कुमार सोनकर, डॉ .रामकिशोर, डॉ. रामनरेश समेत काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।