UP DGP: यूपी का अगला डीजीपी कौन? लिस्ट में हैं इन IPS अफसरों के नाम
UP DGP: उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक 31 मई को रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के नये डीजीपी के नाम को लेकर अटकलें शुरू हो गई है।
UP DGP: उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) 31 मई को रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के नये डीजीपी के नाम को लेकर अटकलें शुरू हो गई है। चर्चा में सबसे ऊपर नाम 1987 बैच के आईपीएस अफसर मुकुल गोयल का है। सीनियरिटी की लिस्ट में उनका नाम सबसे ऊपर है। लेकिन दोबारा उनको डीजीपी बनाये जाने पर संशय है। क्योंकि डीएस चौहान से पहले वह प्रदेश के पुलिस महानिदेशक थे। ऐसे में दोबारा वह इस पद पर काबिज होंगे, संभावना नहीं के बराबर है।
मुकुल गोयल नहीं तो फिर कौन?
सीनियरिटी के हिसाब से मुकुल गोयल के बाद इस लिस्ट में 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी आनंद कुमार और विजय कुमार का नाम है। 2024 तक इनका कार्यकाल है। आनंद कुमार लंबे समय तक डीजी जेल रहे हैं। फिलहाल वर्तमान में वह सहकारिता विभाग में हैं। इनके अलावा सीनियरिटी के हिसाब से 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी आशीष गुप्ता, 1990 बैच की रेणुका मिश्रा, बीके मौर्य और एसएन साबत भी इस लिस्ट में हैं।
फिर अस्थाई डीजीपी संभालेगा कमान!
प्रशासनिक गलियारों में अटकलें हैं कि उपरोक्त में कोई भी अफसर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पसंद का नहीं है। ऐसे में चर्चा अस्थाई डीजीपी नियुक्त करने की भी है। इसमें सबसे ऊपर नाम स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का है। कहा जा रहा है कि वह प्रदेश के अगले कार्यवाहक डीजीपी हो सकते हैं। इसलिए भी इन चर्चाओं को बल मिला है क्योंकि बीते दिनों न केवल उन्हें प्रमोट किया गया बल्कि उन्हें कई विभागों की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।
आरके विश्वकर्मा क्यों?
चर्चा तो यह भी है कि आरके विश्वकर्मा को ही सेवा विस्तार दिया जा सकता है। उनके ही कार्यकाल में पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के बेटे असद व शूटर गुलाम को मार गिराया है। पश्चिमी यूपी के कुख्यात आदित्य राणा और अनिल दुजाना भी मारे गिराये गये। निकाय चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न करवाने के लिए आरके विश्वकर्मा की तारीफ की जा रही है। कहा जा रहा है उनके कार्यकाल में पुलिस तकनीकी रूप से काफी सक्षम हुई है। ओबीसी फैक्टर को राजनीति के नजरिये से देखा जा रहा है।