Lucknow Crime: पति की सैलरी दो दिन रुकी तो पत्नी ने दोस्तों के साथ मिलकर कराया मैनेजर को किडनैप, 6 गिरफ्तार
Lucknow Crime: रेस्टोरेंट मालिक ने जब पुलिस से अपहरण की शिकायत की तो इस बात की सूचना आरोपियों तक भी पहुँच गई।
Lucknow Crime: राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां पति की सैलरी दो दिन रुकी तो पत्नी ने दोस्तों के साथ मिलकर मैनेजर को किडनैप करा लिया। मामला जब पुलिस तक पहुंचा तो आरोपियों ने मैनेजर को कट्टा दिखाते हुए रात भर धमकाया और सुबह खुद ही थाने लेकर बयान दिलवाने पहुँच गए की उसका किडनैप नहीं हुआ। हालाँकि पुलिस ने हाव-भाव पकड़ते हुए पीड़ित से सच्चाई कुबूल करवा ली। इसके बाद घटना में संलिप्त 6 आरोपियोन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
रेस्टोरेंट मालिक ने दी थी शिकायत
इंदिरानगर के 18/164 निवासी सन्तोष कुमार त्रिपाठी पुत्र लाल चन्द त्रिपाठी ने थाना गाजीपुर पर शिकायत की थी। शिकायत में उन्होंने बताया था कि उनकी तकरोही क्षेत्र में अम्बेडकर चौराहे के पास 'The Host' के नाम से रेस्टोरेन्ट है। उनकी दुकान पर रामू गुप्ता, सुनील व लक्ष्मी नारायण काम करते थे। उनकी सैलरी हर महीने की 10 तारीख को दे दी जाती थी। इस महीने 10 तारीख को सैलरी नहीं दे पाया तो रामू गुप्ता, सुनील गुप्ता, लक्ष्मी नारायण तथा लक्ष्मी नारायण की पत्नी बबली गुप्ता दो अज्ञात लोगों के साथ 11 सितंबर को रेस्टोरेंट पर आए और मैनेजर विनय दीक्षित को जबरदस्ती दो अज्ञात लोगों के साथ मोटर साइकिल पर लेकर चले गए। सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 127(2)/140(3) में मुकदमा दर्ज किया गया।
खुद लेकर पहुंचे थाने, दिलाया झूठा बयान
रेस्टोरेंट मालिक ने जब पुलिस से अपहरण की शिकायत की तो इस बात की सूचना आरोपियों तक भी पहुँच गई। इसके बाद आरोपी खुद ही अपहृत मैनेजर विनय को लेकर थाने पहुँच गए। उन्होंने पीड़ित को धमकाकर थाने में बयान दिलाया कि उसका अपहरण नहीं हुआ था। वह रात में अपने मामा के लड़के के साथ था। इसके बाद पुलिस ने मामा के लड़के से बात कराने को कहा। इस पर पीड़ित हिचकिचाने लगा। पुलिस को कुछ शक हुआ तो उसने पूछताछ शुरू की। पूछताछ में महिला बबली ने घटना क़ुबूल कर ली।
पड़ोसी को सैलरी न मिलने की बात कहकर कराई वारदात
महिला बब्ली ने पुलिस को बताया कि उसके पति लक्ष्मी नारायण व परिचित सुनील, रामू गुप्ता अम्बेडकर चौराहे के पास 'The Host' के नाम से रेस्टोरेंट में काम करते थे और उनकी तनख्वाह महीने की दस तारीख को दी जाती थी। इस महीने मालिक द्वारा दस तारीख को तनख्वाह नहीं दी गयी। जब पति से पैसे मांगे तब इन्होने बताया कि आज मालिक ने तनख्वाह नहीं दी है। कारण पूछा तो पति ने बताया कि मालिक कह रहा है कि बैंक का सर्वर नहीं आ रहा है। अगले दिन सुबह 11.09.2024 को जब मेरे पति पैसा मांगने रेस्टोरेन्ट पर पहुंचे तो वहाँ मालिक नहीं मिला। वहाँ मैनेजर विनय दीक्षित था उसने मेरे पति से कहा कि मालिक नहीं हैं जब मालिक आयेंगे तो पैसा मिल जायेगा। तभी मैंने अपने पड़ोसी सोनू लाल को बताया कि मेरे पति का मालिक दो दिन से तनख्वाह नहीं दे रहा है और टाल मटोल कर रहा है। तब सोनू ने कहा कि चिंता मत करो तुम्हारा पैसा आज शाम को मिल जायेगा, मैं कुछ इन्तजाम करता हूँ।
पड़ोसी सोनू ने रची पूरी साजिश
इसके बाद बब्ली के पति की मुलाकात सोनू से हुई तब सोनू ने कहा कि जितने लोगों का पैसा बकाया है सब को लेकर रेस्टोरन्ट पर पहुंचो और वहाँ से मुझे फोन करना मैं आ जाऊँगा। इसके बाद वह शाम के समय रेस्टोरेन्ट पर पहुंचे और मैनेजर से बहस करते हुए सड़क के किनारे ले आये और इसी बीच सोनू को फोन किया कि जल्दी आ जाओ। तभी सोनू वहां अपने साथ विवेक को लेकर मोटरसाइकिल से आया और वह लोग विनय का अपहरण करके चले गए। इसके बाद पुलिस ने आरोपी महिला के साथ ही सोनू लाल पुत्र लल्लू रावत, विवेक यादव पुत्र प्रेम किशोर, लक्ष्मीनारायण पुत्र सुन्दर लाल, रामू पुत्र बनारसी लाल, सुनील गुप्ता पुत्र सदगुरू दयाल को बबली की निशानदेही पर गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से एक देसी कट्टा और कारतूस भी बरामद की है।