Lucknow Crime: वकील साहब... आपकी ज़िद ने मासूम के सिर से हमेशा के लिए छीन लिया माँ का साया
Lucknow Crime: शायद 6 अगस्त की वो सुबह आख़िरी थी जब माँ अंजली ने अपने दो वर्षीय मासूम बेटे को अपनी गोद में खिलाया था, प्यार किया था और उसे मातृत्व का एहसास कराया था।
Lucknow Crime: मां ने उसे नहलाया-धुलाया, प्यार से गोद में लिया और लखनऊ आ गई। यहां मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाकर अपनी व्यथा बताई और फिर अपने दुधमुँहे बेटे को छाती से लगाकर बाहर ले आई। जी भरकर बेटे को देखा, फिर उसे सड़क के एक किनारे बैठा दिया, बोतल से पेट्रोल निकाला और अपने ऊपर छिड़कने लगी। कोई कुछ समझ पाता इसके पहले ही माँ ने खुद को आग के हवाले कर दिया। यह सब देखकर मासूम कुछ समझ नहीं सका सिर्फ सड़क किनारे बैठकर अपनी माँ के पास जाने के लिए लगातार आंसू बहाता रहा। इस दृश्य ने आसपास मौजूद लोगों को भी झकझोर कर रख दिया।
शायद 6 अगस्त की वो सुबह आख़िरी थी जब माँ अंजली ने अपने दो वर्षीय मासूम बेटे को अपनी गोद में खिलाया था, प्यार किया था और उसे मातृत्व का एहसास कराया था। इसके बाद वह अपने बेटे से हमेशा के लिए दूर हो गई। अब न बेटे को कभी अपनी माँ की गोद नसीब होगी और न ही माँ से मिलने वाला अनमोल प्रेम। रविवार को बेटे के सिर से माँ का आँचल हमेशा के लिए छिन गया। यह सब हुआ वकील सुनील कुमार की मनमानी की वजह से क्योंकि उसी ने महिला को ऐसा कदम उठाने के लिए उकसाया था। जिसका नतीजा यह रहा कि एक मासूम अपनी माँ से जिंदगी भर के लिए दूर हो गया।
यह है वकील की गलती
सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने जनता दरबार से निकलकर आत्मदाह करने के लिए वकील सुनील कुमार ने ही अंजली जाटव को उकसाया था। इस बात की पुष्टि पुलिस को महिला के पास से बरामद एक मोबाइल में मिली रिकॉर्डिंग से हुई थी। रिकॉर्डिंग से पता चला था कि वकील ने उन्नाव से लेकर लखनऊ तक पूरे घटनाक्रम को लेकर महिला को सलाह दी थी। उसने यहां तक कहा था कि तुम पेट्रोल भी उन्नाव से डार्क रंग के डिब्बे में लेकर जाना क्योंकि लखनऊ में बोतल में पेट्रोल नहीं मिलेगा। आगे उसने कहा था कि तुम कानून नहीं जानती हो बस एक बार ऐसा कर लो फिर तुम्हारी जय-जयकार होगी। पूरा थाना खाली हो जाएगा। सीओ और एसओ सब औकात में आ जाएंगे। उसने महिला को पुरवा थाने के एसओ के ऊपर फर्जी SC-ST एक्ट लगवाने सलाह भी दी थी। मामले में वकील की संलिप्तता पाए जाने के बाद लखनऊ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
8 घंटे महिला सिपाहियों ने रखा था बच्चे का ख्याल
6 अगस्त को हादसे के बाद पूरे दिन गौतम पल्ली थाने की पुलिस ने महिला के दो वर्षीय बच्चे का ख्याल रखा था। थाने में तैनात महिला पुलिस सिपाहियों ने बच्चे को हज़रतगंज से नए कपड़े दिलाए थे। भूख मिटाने के लिए उसे गिलास से दूध पिलाया था। साथ ही उसका जी बहलाने के लिए उसे मोबाइल में कार्टून तक दिखाए थे। करीब 8 घंटे तक बच्चे को संभालने के बाद पुलिस ने बच्चे को CWC के हवाले कर दिया था। जिसके बाद बच्चे को अंजली के मायके वाले लेकर चले गए थे।
यह था मामला
बीते 6 अगस्त को उन्नाव के पुरवा थाना क्षेत्र के छत्ता खेड़ा गांव निवासी महिला अंजलि जाटव मुख्यमंत्री के जनता दरबार में ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग लेकर शिकायत करने के लिए आई थी। महिला के साथ उसका छोटा बच्चा भी था। जनता दरबार से बाहर निकलकर सुबह करीब 9:10 बजे महिला ने अपने बैग को सड़क के किनारे रख दिया और बच्चे को उसके पास बिठा दिया। इसके बाद बैग से पेट्रोल की बोतल निकालकर खुद के ऊपर डालकर आग लगा ली। आसपास में मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया था लेकिन तब तक महिला पूरी तरह से जल गई थी। आनन-फानन में इलाज के लिए उसे सिविल अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया। जहां से हालत नाजुक होने के चलते उसे KGMU रेफर कर दिया गया था। आज इलाज के दौरान KGMU में उसकी मौत हो गई। जिस शिकायत को लेकर महिला सीएम के पास आई थी उसमें उन्नाव पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी पति और देवर को पहले ही जेल भेज दिया था।