विकास करेगा खुलासा: सामने आएंगे कई कच्चे चिठ्ठे, नेता-मंत्री-दरोगा होंगे बेनकाब
विकास दुबे को पुलिस ने उज्जैन के महाकाल मंदिर से पकड़ लिया। ऐसे में एक तरफ विकास तो पकड़ लिया गया लेकिन दूसरी तरफ उन तमाम मंत्री-नेता-दरोगा की चिंता बढ़ गई हैं, जो विकास के साथ पुलिस हत्याकांड में बराबर के भागीदारी थे।
नई दिल्ली। यूपी के कानपुर में 8 पुलिसवालों की हत्या करने का आरोपी कुख्यात माफिया विकास दुबे को पुलिस ने उज्जैन के महाकाल मंदिर से पकड़ लिया। ऐसे में एक तरफ विकास तो पकड़ लिया गया लेकिन दूसरी तरफ उन तमाम मंत्री-नेता-दरोगा की चिंता बढ़ गई हैं, जो विकास के साथ पुलिस हत्याकांड में बराबर के भागीदारी थे। माफिया के पुलिस की हिरासत में आने के बाद अब ये उम्मीद जताई जा रही है कि सारी बाते साफ हो सकती हैं।
होगा बड़ा खुलासा
बता दें, जिस दिन से माफिया विकास दुबे का मामला शुरू हुआ है, तब से ही कई बड़े-बड़े नेताओं और पुलिसवालों के नाम सामने आ चुके हैं, जो उसके नजदीकी थे और उसके साथ मिले हुए थे।
ऐसे में माफिया विकास दुबे किस तरह पूरा अपना कारोबार और दबदबा चलाता था, कैसे पुलिस उसके इशारों पर बात मानती थी, इससे जुड़े कई राज उससे पूछताछ में सामने आ सकते हैं।
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अखिलेश यादव ने भी इसी ओर उंगली उठाई
विकास के मामले में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इसी ओर उंगली उठाई है कि अब कई लोगों का भांडा फूट सकता है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘खबर आ रही है कि ‘कानपुर-कांड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।’
बता दें, यूपी पुलिस ने पहले ही माफिया विकास दुबे का साथ देने वाले चौबेपुर थाने के निलंबित एसओ विनय तिवारी और बीट प्रभारी केके शर्मा को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है, दोनों पर ही मुखबरी करने का आरोप है।
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