Mahoba News: गोद में लटके बच्चों के मुंह सूख गए, खाद की एक अदद बोरी न मिली

Mahoba News: सोसायटी में लटका ताला, कई कई दिन लाइन में लगने के बाद भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। जिम्मेदारों की लापरवाही का खामियाजा किसान भुगत रहे हैं।

Report :  Imran Khan
Update: 2022-11-29 12:08 GMT

खाद लेने के लिए लाइन में लगे किसान

Mahoba News: सोसायटी में लटका ताला, कई कई दिन लाइन में लगने के बाद भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। जिम्मेदारों की लापरवाही का खामियाजा किसान भुगत रहे हैं। किसान एक अदद खाद की बोरी के लिए दिन भर भूखा प्यासा लाइन में लगने के लिए मजबूर रहता है। महिलाएं अपने मासूम बच्चों को गोद में लिए पूरा दिन लाइन में लगने के लिए मजबूर है। वही बुजुर्ग किसान भी खाद की बोरी पाने के लिए परेशान देखे जा सकते हैं। जिसके कारण किसानों का समय से खेत मे बुवाई कार्य नहीं हो पा रहा है।

महोबा में खाद की किल्लत कोई नई बात नहीं

महोबा में खाद की किल्लत कोई नई बात नहीं है। व्यवस्थाओं में बरती जा रही लापरवाही के चलते किसानों को समय से खाद नहीं मिल पा रही इसके लिए किसानों को कई-कई दिन लाइन में लगकर एक अदद खाद की बोरी के लिए परेशान होना पड़ता है।

सुबह 6 बजे से किसान लाइन पर लगे किसान

शहर के हवेली दरवाजा इलाके में संचालित सहकारी समिति में खाद पाने के लिए सुबह 6 बजे से किसान लाइन पर लगे हैं लेकिन 12 बजे तक सोसाइटी का ताला ही नहीं खोला गया इसको लेकर किसानों में खासी नाराजगी है। यही वजह है कि किसान सोसाइटी के बाहर ही हंगामा करते देखे गए। 12 बजे के बाद आए सोसाइटी के कर्मचारियों ने जब ताला खोला तो पहले खाद पाने के लिए लोगों की भगदड़ मची मच गई। सुबह 6:00 बजे से खाद पाने के लिए किसान लाइन पर लगा है और जिम्मेदार बेवक्त सोसाइटी का ताला खोल रहे हैं इसको लेकर किसानों में खासी नाराजगी है।

अधिकारियों के निर्देशों की परवाह किए बगैर सोसाइटी में काम कर रहे कर्मचारियों की लापरवाही किसानों को परेशान किए हैं। समय से किसानों को खाद की बोरी नहीं दी जा रही। किसानों का आरोप है कि रात के अंधेरे में खाद अपने करीबियों को बांटने का सिलसिला चल रहा है, जबकि दिनभर लाइन में लगने वाले किसानों को खाद नहीं मिल पा रही।

अपने 1 वर्ष के मासूम बच्चे को गोद में लिए महिला किसान जानकी बताती है कि वह सुबह 7 बजे से लाइन में लगी है और 12 बजने तक सोसाइटी का ताला नहीं खोला गया। खेत में बुवाई का कार्य होना है जिसके लिए खाद की आवश्यकता है लेकिन उसे खाद नहीं मिल पा रही। पिछले 3 दिन से लगातार सोसाइटी में आकर अपनी बारी का इंतजार करती है मगर हर बार उसे बेरंग ही वापस लौट जाना पड़ता है।

खाद के साथ महिला किसान अपने मासूम के साथ खड़ी

जैसे ही सोसायटी का ताला खुला महिला किसान जानकी अपने मासूम बच्चे को लेकर पहले खाद पाने के लिए दौड़ पड़ी लेकिन उसे अभी भी खाद नहीं मिल पाई और वो अपनी बारी आने का इंतजार कर रही है। नत्थूपूरा गांव का रहने वाला हरकिशोर बताता है कि वो सुबह 6 बजे से इस लाइन में लगा है ताकि उसे खाद मिल सके और खेत में बुबाई कर सकें। लाइन में लगा किसान बताता है कि सोसायटी संचालक को फोन पर जल्दी ताला खोलने के लिए बुलाया लेकिन वह नहीं आया और अब 12 बजे के बाद पर सोसाइटी का ताला खोल रहा है और 5 बजे इसको बंद कर देगा।

पिछले 4 दिन से लाइन में लगा है हरकिशोर

किसान सुबह से भूखा प्यासा इस लाइन में लगा है। खेत में सिंचाई हो चुकी है और अब सिर्फ बुवाई होना है जिसके लिए खाद की आवश्यकता है यदि समय से खाद नहीं मिल पाई तो फिर उसे अच्छी फसल भी नहीं मिल पायेगी। हरकिशोर पिछले 4 दिन से लाइन में लगा है और अभी तक उसकी बारी नहीं आई और आज फिर उसे उम्मीद नहीं है कि उसे खाद मिल पाएगी।

सरकार कार्रवाई करे तो हरेक को मिल सकती है खाद: किसान

किसान का कहना है कि सरकार की अव्यवस्थाओं के चलते ऐसा हो रहा है यदि इन पर कार्यवाही हो तो हम किसानों को समय पर खाद मिल सकती है। लाइन में लगी महिला किसान मेवारानी बताती है कि वह 2 दिन से लाइन में लग रही है सुबह 7 आकर वो लाइन में लग जाती है और शाम 5 बजे तक लाइन में लगे बिना खाद लिए ही वापस लौट जाना पड़ता है। महिला किसान बताती है कि उसके खेत सूख रहे हैं और खाद न मिल पाने के कारण खेत में बीज नहीं डाल पा रही। इसी कृषि के भरोसे उसका परिवार पल रहा है उस पर खाद की समस्या अब उनके लिए नासूर बन रही है।

बहरहाल खाद की इस समस्या पर जिम्मेदार कोई ठोस कदम उठते नहीं दिख रहे जिसका फायदा उठाने से सोसायटी में तैनात कर्मचारी भी बाज नहीं आ रहे यहीं वजह है कि तीन-तीन दिन से लाइनों में लगे किसानों को समय से खाद नहीं मिल पा रही और सोसाइटी में तैनात कर्मचारी अपनी मनमानी पर उतारू हैं।

किसानों ने समस्याओं को लेकर निकाली सात किमी लंबी किसान समृद्धि पदयात्रा

महोबा में बुंदेलखंड किसान यूनियन द्वारा खाद की समस्या, विद्युत विभाग की अवैध वसूली सहित अतिवृष्टि के मुआवजे की मांग को लेकर सात किमी लम्बी किसान समृद्धि पदयात्रा निकाली गई । बैलगाड़ियां लेकर किसान पदयात्रा में शामिल हुए और जमकर नारेबाजी करते हुए सभी मांगों का एक ज्ञापन एसडीएम को सौपा है । बुंदेलखंड किसान यूनियन ने नकली खाद में अधिकारीयों के संलिप्त होने के भी गंभीर आरोप लगाते हुए जाँच और कार्यवाही की मांग की है इस दौरान किसानों ने सड़क पर बैठकर धरना भी दिया।

महोबा में खेत में बुबाई का समय होने के बावजूद भी किसानों को खाद की समस्या झेलनी पड़ रही है तो वहीँ नकली खाद की खेप पकडे जाने के बाद से खाद की कालाबाजारी और नकली खाद कारोबार में अधिकारीयों के शामिल होने के भी आरोप लग रहे है ऐसे में आज बुंदेलखंड किसान यूनियन ने राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल शर्मा के नेतृत्व में इकठ्ठा हुए किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया। सुगिरा गांव से कुलपहाड़ तक सात किमी लम्बी किसान समृद्धि पदयात्रा निकाली गई। पदयात्रा में बैलगाड़ियां भी रही। इस पदयात्रा में शामिल किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। सभी किसान जनपद में खाद की समस्या सहित विद्युत विभाग की अवैध वसूली और अतिवृष्टि के मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन करते रहे। यहीं नहीं किसानों ने कुलपहाड़ के गाँधी चौराहे में पदयात्रा को समाप्त करते हुए सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी की।

किसानों ने अपनी इन सभी मांगों का ज्ञापन एसडीएम कुलपहाड़ को सौपा है साथ ही जनपद में नकली खाद के कारोबार का आरोप लगाते हुए इसमें अधिकारीयों की संलिप्ता का भी आरोप लगाया। किसानों ने उक्त मामले को लेकर निष्पक्ष जाँच किये जाने की मांग डीएम से करते हुए नकली खाद कारोबार में शामिल लोगो सहित संलिप्त अधिकारीयों पर कार्यवाही की मांग की है। आपको बता दें कि रबी की फसल की बुवाई चल रही है और किसान डीएपी खाद की कमी से जूझ रहे हैं जिले में 15 दिनों से डीएपी खाद नहीं है नकली डीएपी खाद बिक रही हे जो किसान बुवाई कर चुके हैं उन्हें यूरिया नहीं मिल पा रही। नहरों की सफाई बेतरतीब की गई है जबकि विद्युत की सप्लाई लो वोल्टेज में होने के कारण किसान परेशान हैं। किसानों ने शासन प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। एक घंटे के प्रदर्शन के दौरान जैतपुर- कुलपहाड़ मार्ग जाम रहा। 

Tags:    

Similar News