Mahoba News: महिला पर चढ़ा कोबरा, 3 घंटे लिपटा रहा, हाथ जोड़कर करती रही भोलेनाथ का स्मरण, कोई नुकसान नहीं पहुंचाया
Mahoba News: सूचना पर डायल 112 पुलिस मौके पर पहुंची और सपेरा भी पहुंचा। तीन घंटे बाद जहरीला सांप खुद अपने आप कमरे से बाहर निकल गया जिसे सपेरे ने पकड़ लिया है।
Mahoba News: महोबा में श्रावण मास के आखिरी सोमवार अजीबोगरीब हैरत में डालने वाला मामला सामने आया है। सोलह सोमवार का व्रत रखने वाली महिला के पैर में 3 घंटे तक काला कोबरा सर्प लपटा रहा और महिला हाथ जोड़कर भगवान शंकर का स्मरण करती रही। इस दौरान सांप ने महिला को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जो पूरे गांव में चर्चा का विषय बना है। सूचना पर डायल 112 पुलिस मौके पर पहुंची और सपेरा भी पहुंचा। तीन घंटे बाद जहरीला सांप खुद अपने आप कमरे से बाहर निकल गया जिसे सपेरे ने पकड़ लिया है। सावन मास की आखिरी सोमवार में यह दृश्य देख लोग हैरत में है कि कैसे एक महिला भगवान शंकर का स्मरण करते हुए जहरीले सांप से भी बच गई।
क्या है पूरा मामला?
आस्था और यकीन का यह संगम सदर तहसील क्षेत्र में आने वाले डहर्रा गांव में देखने को मिला है। जहां श्रावण मास में 16 सोमवार के व्रत रखने वाली महिला के साथ घटित घटना चर्चा का विषय बनी है। बताया जाता है कि हमीरपुर जनपद के देवीगंज गांव में रहने वाली मिथिलेश यादव रक्षाबंधन पर्व पर अपने मायके डहर्रा गांव आई हुई है। मिथिलेश वर्षों से श्रावण मास के सभी सोमवार का व्रत रखती चली आ रही है और वर्तमान में भी वह भगवान शंकर के प्रति आस्था रखते हुए 16 सोमवार के व्रत रखती है। शायद यही 16 सोमवार का व्रत उसकी जिंदगी के लिए वरदान बना है। बीती रात सोमवार के व्रत का प्रण लेकर मिथिलेश सो गई और सुबह 5:00 बजे जब उठी तो देखा उसके पैर पर काला सांप फन फैलाकर लिपटा हुआ है।
महिला अपने पैर पर काला कोबरा सांप लिपटा देख डर गई। फन फैलाये सांप में उसे अपनी मौत नजर आनी लगी। ऐसे में महिला ने सांप के सामने हाथ जोड़कर भगवान शंकर का स्मरण करना शुरु कर दिया। जिस कमरे में महिला सोई हुई थी वहां भगवान शंकर की मूर्ति है जिसे परिवार के लोग पूजते है। महिला भी कमरे में रखी भगवान शंकर से अपनी ज़िंदगी की रक्षा मांगती रही। तीन घंटे तक कोबरा साँप महिला के पैर में लिपटा रहा मगर बड़े ही ताज्जुब की बात है कि सांप ने महिला कोई नुकसान नही पहुंचाया। सूचना पर डायल 112 पुलिस भी मौके पर पहुंची जिसने सांप को भगाने का बड़ा प्रयास किया मगर कामयाब न होने पर गांव के सपेरे को भी बुलाया गया तो वहीं सांप खुद व खुद अपने आप कमरे से बाहर निकल गया। तब सपेरे ने सांप को पकड़ लिया और महिला की जान बच गई। मिथलेश यादव बताती है कि वो श्रावण मास में सोमवार का व्रत रखती है जिसमे उसकी बड़ी आस्था है। सांप के फन फैलाये रूप को देख वो डर गई मगर उसे अपनी आस्था पर विश्वास था और सांप ने उसे नही काटा।
वहीं महिला के भाई रविन्द्र कुमार ने बताया कि उनकी बहन ससुराल से रक्षा बंधन पर्व मनाने के लिए मायके आई थी और वो सांप की चपेट में आ गई। मगर इस पावन श्रावण मास में भगवान ने उनकी बहन की जान बचा ली। उनके व बहन के हाथ मे ॐ का निशान गुदा हुआ है जो हमारी रक्षा भी करता है।