अयोध्या में हुआ सामूहिक विवाह का आयोजन, ये मंत्री और सांसद हुए शामिल

श्रम विभाग उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित मंडलीय सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 507 जोड़ों की सामूहिक शादी हुई जिसमें 10 मुस्लिम जोड़ें भी शामिल हुए।

Update:2020-03-08 21:31 IST

अयोध्या: श्रम विभाग उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित मंडलीय सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 507 जोड़ों की सामूहिक शादी हुई जिसमें 10 मुस्लिम जोड़ें भी शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री श्रम सेवायोजन एवं समन्वय उत्तर प्रदेश स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अयोध्या के इस पावन भूमि पर आयोजित सम्मानित श्रमिक के पुत्रियों के सामूहिक विवाह के अवसर पर विवाह के लिए आए हुए 507 बेटियां जो दुल्हन के रूप में थी तथा 507 बेटे जो दूल्हे के रूप में थे तथा उनके साथ दोनों पक्षों वर एवं कन्या के परिवार से आए हुए सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए सभी का अभिनंदन करते हैं।

मंत्री ने कहा देश माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी का संकल्प है कि ‘‘सबका साथ सबका विकास’’और सबका विश्वास इसी मूल मंत्र को लेकर भाजपा की सरकारे कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र व प्रदेश सरकार की अनेकों योजनाएं जो कल्याणकारी हैं हर व्यक्ति के दरवाजे पर पहुंच रहे हैं। चाहे वह शौचालय हो, प्रधानमंत्री आवास हो, उज्जवला योजना हो, आयुष्मान योजना हो, किसान सम्मान निधि हो, सभी को लाभ मिल रहा है उन्होंने कहा की 86 लाख किसानों का प्रदेश में ऋण माफ कर प्रदेश सरकार ने सराहनीय कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि अभी हाल में देश की सुरक्षा के लिए 50हजार करोड़ रुपए से अधिक की डिफेंस/रक्षा सौदा हुआ है। विकास की तेज गति में श्रमिक या मजदूर कहीं पीछे ना रह जाए इसके लिए प्रदेश सरकार ने 18 योजनाएं श्रमिकों के कल्याण के लिए चला रही हैं। मंत्री ने हर योजना का विस्तार से वर्णन करते हुए उपस्थित सभी श्रमिकों को अपने साथियों को भी अवगत कराने/बताने के बारे में कहा।

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उन्होंने श्रम कल्याण बोर्ड के अधिकारियों को निर्देशित किया की मजदूरों के कार्यस्थल पर जाकर कैंप लगाकर उनका पंजीयन करायें ताकि श्रमिकों के कल्याण के लिए जो भी योजनाएं चल रही हैं उनसे उन्हें आच्छादित किया जा सके और अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके। मंत्री ने कहा की मुख्यमंत्री का संकल्प है कि श्रमिकों की बेटे एवं बेटियों की शादियां सामूहिक विवाह में शानदार जानदार तरीके से होनी चाहिए कहीं कोई कमी नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि सामूहिक विवाह में आए हुए सभी बेटियों के खाते में 65 हजार की धनराशि आरटीजीएस के माध्यम से सीधे भेज दी गई है तथा लड़के के ड्रेस के लिए 5 हजार तथा दुल्हन के ड्रेस के लिए 5 हजार कुल 75 हजार रुपए प्रत्येक जोड़े को दिया गया है। इस प्रकार 507 बेटियों के खाते में कुल 3 करोड़ 80 लाख 25 हजार रुपए भेजे गए हैं। सामूहिक विवाह के आयोजन पर किया गया खर्च उपरोक्त धनराशि के अतिरिक्त होगी।

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उन्होंने बताया आज इस पावन धरती पर जहां भगवान श्री राम ने जन्म लिया था, बाबा साहब अंबेडकर एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय का सपना सत्य साबित हुआ। उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश के मुख्यालय लखनऊ में शीघ्र ही 3100 श्रमिकों के बेटियों बेटो की शादी सामूहिक विवाह के अंतर्गत करा कर एक रिकॉर्ड कायम किया जाएगा। उन्होंने कहां कि आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस भी है आज के दिन हुई शादियां, सदियों में याद रखी जाएगी। इस अवसर पर श्रम राज्यमंत्री श्री मनोहर लाल पंत (मन्नू कोरी) ने अपने संबोधन में कहा कि पहले की सरकारों में ऐसा कभी नहीं हुआ है, सामूहिक विवाह सम्मानित श्रमिकों के बेटियां एवं बेटों की शादी बड़े धूमधाम से हो रही है।

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इस अवसर पर सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि आदि काल से सामूहिक विवाह की प्रथा चली आ रही है। जनकपुर में भगवान श्री राम व उनके तीनो अनुज का सामूहिक विवाह कार्यक्रम में ही विवाह हुआ था। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह हेतु आये हुए परिवारो को गरीब शब्द न जोड़ा जाए इससे उन्हें कही न कही ठेस पहुंचती है। जब भी सम्बोधन हो, सम्मानित श्रमिक के रूप में सम्बोधन हो। उन्होंने सभी से राष्ट्रवाद क पथ पर निरन्तर चलने की बात कही।

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