Mathura News: 12 ब्लॉकों चिकित्सा अधीक्षकों ने सामूहिक त्यागपत्र देने का किया ऐलान, 3 माह से वेतन न मिलने का लगाया आरोप
Mathura News:3 माह से सरकारी योजनाओं को पूरा करने के लिए डॉक्टरों पर लगातार दबाव की स्थिति बनाई जा रही है।
Mathura News: एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में 12 ब्लॉकों के चिकित्सा अधीक्षकों ने सामूहिक त्यागपत्र देने का एलान किया है। अधीक्षकों ने तीन माह से वेतन न मिलने का आरोप लगाया है और सीएमओ को इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा है।
बताते हैं कि बीते 3 माह से सरकारी योजनाओं को पूरा करने के लिए डॉक्टरों पर लगातार दबाव की स्थिति बनाई जा रही है। योजनाओं में काम करने के बाद भी चिकित्सा अधीक्षकों का वेतन रोका जा रहा है। ज्ञापन देने आए चिकित्सक अधीक्षकों का कहना है कि उन पर स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी सभी योजनाओं के अंतर्गत उपलब्धि हासिल करने का दबाव बनाया जा रहा है। तीन माह से वेतन भी नहीं मिला है जिसके कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे सभी ब्लॉकों के चिकित्सा अधीक्षकों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का ऐलान किया है।
चिकित्सा प्रभारियों द्वारा इस्तीफा दिए जाने के ऐलान की भनक लगते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है और स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी चिकित्सकों को मनाने का प्रयास का प्रयास कर रहे हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला
प्रशासनिक दबाव के कारण मथुरा में प्राथमिक और समुदाइक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। चिकित्सकों द्वारा दिए गए इस्तीफे के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी अब नाराज डॉक्टर को मनाने में जुट गए हैं।
3 महीने से रुका वेतन
इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों का आरोप है कि जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न समीक्षा बैठकों में स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी परियोजनाओं के अंतर्गत 100 प्रतिशत उपलब्धि के लिए दबाव बनाया जा रहा है। जिसके कारण चिकित्सा अधीक्षकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इसके अलावा 3 महीने से वेतन भी रोक दिया गया है। जिसकी वजह से पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
कार्य करने के बाद भी किया जा रहा परेशान
ब्लॉक स्तरीय चिकित्सकों ने आरोप लगाया कि मथुरा में सभी स्थिति संतोषजनक हैं। इसके अलावा निरंतर प्रयास करते हुए दिशा निर्देशों का शत प्रतिशत पालन करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसका परिणाम यह है कि 3 महीने में अपेक्षित उपलब्धि हासिल हुई हैं। इसके बाबजूद उनको परेशान किया जा रहा है।
मानसिक उत्पीड़न करने का लगाया आरोप
सीएमओ ऑफिस पर इस्तीफा देने आए डॉक्टर संजीव चौधरी ने बताया कि वर्तमान में कार्य करना असम्भव है। बेहतर करने के बाबजूद भी दबाव बनाया जाता है ,बैठकों में अभद्र व्यवहार और मानसिक उत्पीड़न किया जाता है। ऐसी स्थिति में कैसे काम हो समझ नहीं आ रहा। डॉक्टर संदीप चौधरी ने बताया कि उन्होंने सीएमओ से कहा है कि वह उनकी सीट पर किसी अन्य चिकित्सक को बैठा दें जबकि वह लोग साधारण चिकित्सक की तरह काम करने को तैयार हैं।
आखिरी बार कब छुट्टी ली पता नहीं
सीएमओ ऑफिस पहुंचे चिकित्सा केंद्र प्रभारियों का कहना था कि वह दिन रात काम करते हैं। कोविड से लेकर अभी तक उन्होंने एक भी छुट्टी नहीं ली। आखिरी बार कब वह छुट्टी पर गए उनको याद नहीं। इसके बाबजूद अनुचित व्यवहार,अनुचित दबाव बनाया जा रहा सेलरी रोकी जा रही है। इस स्थिति में परिवार का जीवन यापन कैसे किया जायेगा।
13 स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों ने दिया इस्तीफा
इस्तीफा देने वालों में वृंदावन सीएचसी प्रभारी विनायक सिंह, गोवर्धन प्रभारी बी एस सिसौदिया, कोसी कलां प्रभारी गजेंद्र सिंह, डॉक्टर संदीप चौधरी, डॉक्टर सोनू चतुर्वेदी, डॉक्टर राकेश, डॉक्टर मनोज वसिष्ठ, डॉक्टर रामवीर, डॉक्टर शैलेंद्र, डॉक्टर विनायक प्रताप सिंह, डॉक्टर अरविंद, डॉक्टर तुलाराम शामिल हैं।