वाराणसी: जमियत उलेमा हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा, कि मुल्क में अमन नहीं होगा, तो देश तरक्की नहीं करेगा। हर इंसान को शांतिप्रिय होना चाहिए। इस दौरान मदनी ने अयोध्या मसले पर कहा, कि 'राम मंदिर का मामला अभी कोर्ट में है। हमारे हिसाब से इस मसले का कोई हल किसी के पास नहीं है।'
सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानने को तैयार
जमियत उलेमा हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी सोमवार (08 मई) को वाराणसी में थे। इस दौरान उन्होंने राम मंदिर, आतंकवाद और तीन तलाक सहित अन्य मुद्दों पर अपनी बात रखी। मदनी बोले, कि राम मंदिर मसले पर जमीयत उलेमा तो पहले दिन से साथ है। इस मामले पर हम ही सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट गए थे। यह मामला अभी तक कोर्ट में है। हमारे हिसाब से इस मसले का कोई हल किसी के पास नहीं है। लेकिन कानून और दस्तावेज को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट जो फैसला करेगा, हम उसे मानने को तैयार हैं।'
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'कोई भी एक इंच पीछे हटने को तैयार नहीं'
मदनी ने कहा, कि 'अगर कोर्ट ये फैसला कर देता कि इस जमीन पर मुसलमानों का हक नहीं है, तो हम घर बैठ जाएंगे। सात बार की बैठक के बाद भी कोई हल नहीं निकला है। कोई भी एक इंच पीछे हटने को तैयार नहीं। लिहाजा कोई रास्ता नहीं दिख रहा। अब बस सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार है।'
ये टीवी वाले तो किसी को भी...
मौलाना अरशद मदनी ने कहा, 'मुझे लगता है कानूनी तौर पर जिसका हक है, वो उसे मिलना चाहिए।' टीवी पर दिखने वाले तमाम मुस्लिम धर्मगुरुओं पर सवाल उठाते हुए कहा, कि 'ये टीवी वाले तो किसी को भी टोपी पहनाकर अयोध्या मसले पर बोलने के लिए डिबेट में बैठा देते हैं। जैसे हर डॉक्टर व वकील माहिर नहीं होता। वैसे ही इस तरह के डिबेट में उसी को बैठना चाहिए, जिसे इस मामले की पूरी जानकारी हो।'
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मौजूदा सरकार धार्मिक मामले में दखल देगी
वहीं, तीन तलाक के मुद्दे पर मदनी ने कहा, कि 'ये मसला मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का है। इस मामले में बोर्ड कोर्ट गया है। हमें उम्मीद है कि मौजूदा सरकार किसी भी धार्मिक मामले में दखल देगी। हमें इस बात का डर है कि सरकार दखल देगी, लेकिन अगर नहीं दिया तो हमें खुशी होगी।'
गोरक्षा के नाम पर ना हो मनमानी
जबकि बूचड़खाने के मुद्दे पर मदनी ने कहा, कि 'यदि ये अवैध हैं तो बंद होना चाहिए। लेकिन अगर लाइसेंस देने में पक्षपात किया जा रहा है तो ये अन्याय होगा।' मदनी बोले, गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी करने वालों के खिलाफ लगाम लगानी चाहिए।
कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी
योगी सरकार के रिपोर्ट कार्ड पर मदनी ने कहा, कि 'अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी।' हालांकि, बीजेपी सरकार के आने के बाद भी आतंकवाद के खिलाफ जो कार्रवाई होनी चाहिए थी, वो नहीं हो रही। कश्मीर में पत्थरबाजी के मामले पर उन्होंने कहा, कि बैठकर बात करने से हल निकल सकता है।