मायावती ने सरकार पर साधा निशाना, मजदूरों पर कही ये बड़ी बात
मायावती ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि लाखों श्रमिकों के मामले में सरकार की हीलाहवाली के चलते ही सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है।
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती इन दिनों ट्विटर के माध्यम से सरकार की गतिविधियों पर लगातार अपनी बात रख रही हैं। वह केन्द्र और राज्य सरकारों के कई कदमों पर अपनी राय आए दिन रखती हैं। मायावती किसी फैसले की सराहना करती हैं तो किसी फैसले की निंदा करने में भी पीछे नहीं हटती हैं। आज उन्होंने एक बार फिर ट्विट कर केन्द्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि लाखों श्रमिकों के मामले में सरकार की हीलाहवाली के चलते ही सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है।
श्रमिकों की उपेक्षाओं के कारण न्यायालय को करना पड़ा हस्तक्षेप- मायावती
मायावती ने कहा कि देश में पिछले 66 दिनों से लाकडाउन के कारण हर प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरे राज्यों से लौटने वाले पीड़ित और उपेक्षित मजदूरों को उपेक्षा और तिरस्कार का सामना करना पड़ रहा है। लाखों प्रवासी श्रमिकों की उपेक्षा और दिक्तों के कारण ही न्यायालय को अंततः हस्तक्षेप करना पड़ा है।
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बताते चलें कि कोर्ट ने हाल ही में कहा कि रेल और बस से आने वाले श्रमिको को उनके घर तक पहुंचाने की पूरी जिम्मेदारी सरकारों को उठाना चाहिए। मायावती का कहना है कि उन्होंने इस बात को पहले ही कहा था कि प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक फ्री में पहुंचाने की जिम्मेदारी सरकार की ही है।
जनता अपनी इस दुर्दशा को कभी नहीं भूलेगी- मायावती
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एक अन्य ट्विट के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि वास्तव में केद्र ने देर से ही 20 लाख करोड रूपए का जो आर्थिक पैकेज घोषित किया है। उसके भी जनहित में उचित उपयोग की परीक्षा अब यहां होनी है। आम जनता अपनी इस अभूतपूर्व दुर्दशा व बदहाली के लिए सरकारों की उपेक्षा व तिरस्कार को आगे शायद ही भुला पाए। उन्हे जीने के लिए न्याय चाहिए। मायावती इसके पहले भी मजदूरों को लेकर केन्द्र और कई अन्य प्रदेश सरकारों पर हमला बोलती रही हैं।