Meerut News: आवास विकास परिषद की कब्जा मुक्त कार्रवाई का किसानों ने किया विरोध, पथराव

Meerut: किसानों ने आवास विकास कर्मचारियों की कार्यवाही का पहले तो जुबानी विरोध किया। तभी किसानों ने टीम पर पथराव कर दिया।

Report :  Sushil Kumar
Update: 2022-12-09 10:12 GMT

मौके पर पहुंची पुलिस। 

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में आज बढ़े हुए प्रतिकर की मांग कर रहे किसानों और आवास विकास परिषद के कर्मचारियों के बीच उस समय हिंसक झड़प हो गई जब आवास विकास के कर्मचारी किसानों से उनकी अधिग्रहण की गई जमीन कब्जा मुक्त कराने पहुंचे। इस दौरान किसानों ने आवास विकास कर्मचारियों की कार्यवाही का पहले तो जुबानी विरोध किया। लेकिन जब आवास विकास की टीम जमीन कब्जा मुक्त करने की अपनी कार्रवाई पर अडिग रही तब किसानों ने टीम पर पथराव कर दिया। एकाएक पथराव होता देख टीम में शामिल कर्मचारियों और अधिकारियों ने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई।

सूचना पर मौके पर बड़ी संख्या में पहुंची पुलिस

सूचना पर मौके पर बड़ी संख्या में पहुंची पुलिस ने जमीन पर लाठी फटकारते हुए किसानों को दौड़ा कर हालात को काबू में किया। अर्जित भूमि किसान संगठन के महामंत्री भारत भड़ाना ने आज कहा कि किसान किसी भी सरकारी कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं। अपनी मांगों पर अड़े रहेंगे। उन्होने कहा कि आज गांव में बैठक कर तय करेंगे आगे की रणनीति। बता दें कि आवास विकास परिषद की टीम की जागृति विहार एक्सटेंशन योजना में जमीन कब्जा मुक्त कार्रवाई का क्षेत्रीय किसानों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है। आवास विकास परिषद द्वारा कल 100 एकड़ जमीन कब्जा मुक्त कराई थी।

एक दर्जन से अधिक किसानों को हिरासत में लिया: अधीक्षण अभियंता

अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार ने न्यूजट्रैक को आज बताया कि इस दौरान कार्रवाई का विरोध करने पर एक दर्जन से अधिक किसानों को हिरासत में लिया गया था। हालांकि शाम को दबाव बढ़ने पर छोड़ दिया गया। दस किसानों के खिलाफ दो दिन पहले ही सरकारी काम में बाधा डालने के मामले में मेडिकल थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। उन्होंने कहा कि आज भी जिन लोगों ने सरकारी कार्रवाई में बाधा डाली हैं। उनके खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।

दरअसल, परिषद ने 2009 में जागृति विहार एक्सटेंशन योजना के लिए काजीपुर, कमालपुर, घोसीपुर और सरायकाजी के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया था। जमीन का मुआवजा दिया जा चुका है, लेकिन किसान 16 महीने से बढ़े हुए प्रतिकर की मांग के लिए धरने पर बैठे थे। कई बार वार्ता हुई, लेकिन किसान नही मानें।

योजना में विभाग की 650 एकड़ जमीन: राजीव कुमार

इस मामले में अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार का कहना है कि तय मुआवजे के तहत पैसा और प्लॉट दे दिए थे। इसके बावजूद किसान धरना दे रहे थे। उन्होंने बताया कि योजना में विभाग की 650 एकड़ जमीन है। इसमें से 150 एकड़ जमीन पर किसानों ने फसल बो रखी है। 400 से अधिक फ्लैट बना रखे हैं। बाकी खाली प्लॉट हैं। दस दिनों तक चलने वाले इस अभियान के पहले दिन विभाग ने 100 एकड़ जमीन को कब्जा मुक्त कराया। आज 50 एकड़ जमीन को कब्जा मुक्त कराया जाएगा। उधर, जागृति विहार एक्सटेंशन योजना के आवंटियों का कहना है कि की पूरी कीमत जमा करा चुके हैं, लेकिन उन्हें कब्जा नहीं मिल पाया है।

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