Gyanvapi Case: ज्ञानवापी को लेकर उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना का एलान, सवा मन सोने चांदी का छतर चढ़ाया जाएगा
Meerut News Today: अमित जानी ने घोषणा कि है कि जिस दिन ज्ञानवापी से शिवलिंग को निकाल के प्रतिष्ठित किया जायेगा। सवा मन सोने चांदी का एक छतर बाबा विश्वनाथ को चढ़ाएंगे।
Meerut News: ज्ञानवापी केस (gyanvapi case) में वाराणसी ज़िला अदालत के फ़ैसले को लेकर आज यहां उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना (Uttar Pradesh Navnirman Sena) के अध्यक्ष अमित जानी ने घोषणा कि है कि जिस दिन ज्ञानवापी से शिवलिंग को निकाल के प्रतिष्ठित किया जायेगा। उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के हजारों कार्यकर्ता मेरठ से वाराणसी तक पैदल जाएगे और सवा मन सोने चांदी का एक छतर बाबा विश्वनाथ को चढ़ायेगे।
अमित जानी ने आज यहां न्यूजट्रैक से बातचीत में कहा कि ज्ञानवापी मे शिवलिंग निकलने के समय अखिलेश यादव द्वारा बयान दिया गया था कि कहीं भी एक पत्थर रख दो , एक झंडा लगा दो वही हिन्दुओ के मंदिर बन जाते है। उस बयान के बाद ये साफ हो गया था कि अखिलेश ज्ञानवापी मामले मे बाबरी मस्जिद की तरह ही तुष्टिकरण कर रहे है।
सवा मन सोने चांदी का एक छतर बाबा विश्वनाथ को चढ़ाएंगे
अमित जानी ने घोषणा कि है कि जिस दिन ज्ञानवापी से शिवलिंग को निकाल के प्रतिष्ठित किया जायेगा। उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के हजारों कार्यकर्ता मेरठ से वाराणसी तक पैदल जाएगे और सवा मन सोने चांदी का एक छतर बाबा विश्वनाथ को चढ़ाएंगे।
अमित जानी के अनुसार उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना द्वारा ज्ञानवापी केस में वाराणसी ज़िला अदालत के फ़ैसले को लेकर मेरठ समेत प्रदेश में जगह-जगह होर्डिंग भी लगाए जाएंगे। इन होर्डिगों में काशी विश्वनाथ मे नंदी बाबा को दीवार तोड़कर अखिलेश यादव पे हमलावर दिखाया है। पोस्टर पे लिखा है। ज्ञानवापी पे मंदिर विरोधियो की अर्ज़ी ख़ारिज। सीधे तौर पे अखिलेश यादव को मंदिर विरोधी कह कर घेरने की कोशिश की गयी है।
हिन्दू पक्षकारों के हित में आये फैसले से अखिलेश खुश नही हैं
हालांकि सपा इस मामले में अदालत में पक्षकार नही है, लेकिन कार्टून के जरिये अखिलेश पर निशाना लगाकर कहीं ना कहीं हमारे द्वारा ये संदेश देने की कोशिश की गयी है कि हिन्दू पक्षकारों के हित में आये फैसले से अखिलेश खुश नही है। जानी के अनुसार मेरठ में ऐसा होर्डिंग संजय वन के पास दिल्ली रोड पर लगाया गया है।
बता दें कि अमित जानी पर सपा के शासन में लखनऊ में लगी पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की मूर्तियों को तोड़ने का भी आरोप लगा था।