जहरीली शराब कांड: पीड़ित परिवारों से मिले राजनेता, सरकार को दी ये चेतावनी
आबकारी विभाग ने तीनों युवकों की जहरीली शराब से मौत का है इन आरोपों को अब खारिज कर दिया हो। लेकिन,राजनैतिक दलों के नेताओं ने घटनास्थल गांव की तरफ कूच करना शुरू कर दिया है।
मेरठ जिले के आबकारी विभाग ने तीनों युवकों की जहरीली शराब से मौत के आरोपों को खारिज कर दिया । यह मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के मीरपुर जखेड़ा गांव में बेशक पोस्टमाटर्म रिपोर्ट के आधार पर आबकारी विभाग ने तीनों युवकों की जहरीली शराब से मौत का है इन आरोपों को अब खारिज कर दिया हो। लेकिन,राजनैतिक दलों के नेताओं ने घटनास्थल गांव की तरफ कूच करना शुरू कर दिया है।
दस लाख रूपये मुआवजा की मांग
कांग्रेस का एक प्रदेश प्रतिनिधित्व मंडल गांव में पीड़ित परिवार के पास पहुंचा। प्रतिनिधित्व मंडल ने पीड़ित परिवारों को आश्वस्त किया की कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ है। उन्होंने प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवारों को दस लाख रूपये मुआवजा देने की मांग की है। पश्चिम प्रभारी वीरेन्द्र गुड्डू, हापुड़ के पूर्व विधायक गजराज सिंह, मेरठ जिलाध्यक्ष अवनीश काजला, सुशांत त्यागी, दिनेश उपाध्याय, मनोज चौहान, विजय चिकारा आदि मौजूद रहे।
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प्रशासन ने रोकने की कोशिश की
कांग्रेस प्रवक्ता हरिकिशन अंबेडकर का कहना है कि प्रतिनिधिमंडल को रोकने के लिए तमाम कोशिशें की गई, लेकिन जदोजहद के बाद प्रतिनिधिमंडल गांव में पहुंच ही गया। गांव पहुंचे कांग्रेस के पूर्व विधायक गजराज सिंह ने कहा प्रशासन की शह पर कहीं ना कहीं अवैध शराब का धंधा चल रहा है, इससे पहले भी इस क्षेत्र में बहुत सी घटनाएं हुई हैं, कांग्रेस पार्टी किसी भी कीमत पर जनता की जान से हुए खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं करेगी और इस घटना को जब तक प्रशासन कार्रवाई नहीं करता कांग्रेस पार्टी आंदोलन करती रहेगी।
सरकार को चेतावनी
जिलाध्यक्ष अवनीश काजला ने कहा कि यह सब सरकार की नाकामियों के कारण हुआ है, शराब तस्कर खुले आम हरियाणा की जहरीली शराब उत्तर प्रदेश में सरकार की सह पर बेच रहे हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने शराब की तस्करी को नहीं रोका तो,कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर जन आंदोलन करेगी।
इधर सपा नेता अतुल प्रधान ने मृतकों के परिजनों से मिलकर पीडि़त परिवार को सांत्वना दी। कहा कि पुलिस और कुछ भाजपा नेताओं की मिलीभगत से अवैध शराब का धंधा चल रहा है। जल्द ही शराब माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं करता तो सपा जनआंदोलन चलायेगी।
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मामला है
बता दें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आबकारी विभाग ने तीनों युवकों की जहरीली शराब से मौत के आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि आगे की जांच के लिए बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है।थाना क्षेत्र के गांव मीरपुर जखेड़ा निवासी जगपाल उर्फ जग्गू और पवन के परिजन ने बताया कि मंगलवार शाम को दोनों ने शराब पी थी। बुधवार को तबियत बिगड़ने पर दोनों को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां देर रात उनकी मौत हो गई। इन मौतों को लेकर परिजनों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि तीनों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है।
रिपोर्टर- सुशील कुमार,मेरठ