किसानों का बंपर हल्लाबोल: विरोध में सड़कों पर उतरे किसान, हाईवे हो गए पूरे जाम

कृषि विधेयक के विरोध में भारतीय किसान यूनियन ने प्रदेश संगठन के आह्वान पर मेरठ में शुक्रवार को चक्का जाम कर दिया। मेरठ जिले के लगभग सभी प्रवेश मार्ग भाकियू के लोगों ने बंद कर दिए और जमकर विधेयक के विरोध में नारेबाजी की।

Update: 2020-09-25 08:48 GMT
भारतीय किसान यूनियन ने मेरठ में शुक्रवार को चक्का जाम कर दिया। लगभग सभी प्रवेश मार्ग भाकियू के लोगों ने बंद कर दिए और जमकर विधेयक के विरोध में नारेबाजी की।

मेरठ। कृषि विधेयक के विरोध में भारतीय किसान यूनियन ने प्रदेश संगठन के आह्वान पर मेरठ में शुक्रवार को चक्का जाम कर दिया। मेरठ जिले के लगभग सभी प्रवेश मार्ग भाकियू के लोगों ने बंद कर दिए और जमकर विधेयक के विरोध में नारेबाजी की। मेरठ जिले में प्रवेश करने वाले छह मुख्य मार्ग बंद होने से छोटे बडे वाहन सवार लोग परेशान हो गए। सभी स्थानों पर चक्का जाम के दौरान भाकियू के लोगों ने सभी छोटे बडे वाहनों को बीच हाइवे पर ट्रैक्टर ट्राली लगाकर रोक लिया।

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स्थानीय पुलिस व आरआरएफ के जवान मौजूद

लेकिन छात्रों, महिलाओं व एंबुलेंस को रास्ता देकर गंतव्य के लिए आगे बढाया। हालांकि, इस दौरान बड़ी संख्या छोटे बच्चों के साथ महिलाएं परेशान रहीं। कुछ जगह भाकियू और राहगीरों के बीच में हल्की फुल्की नोंकझोक भी हुई। मौके पर सभी जगह स्थानीय पुलिस व आरआरएफ के जवान मौजूद रहे।

भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर जटौली कट पर ट्रैक्टर खड़े करके धरना शुरू किया। भारतीय किसान यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष विनोद, जटौली युवा विंग के जिला अध्यक्ष नवाब सिंह अहलावत के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम किया है। इस दौरान वाहनों को निकलने में काफी परेशानी हो रही है। वाहन जाम में फंसे हुए हैं।

फोटो-सोशल मीडिया

धरना-प्रदर्शन

इसके भाकियू ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर प्रदर्शन खत्म किया। किसानों का चक्का जाम करीब सवा घंटा चला। मेरठ जनपद के सकौती में भी भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने धरना-प्रदर्शन किया। यहां भाकियू पदाधिकारी हाईवे पर बैठ गए। बाद में तहसीलदार को ज्ञापन देकर वहां से लौट गए।

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मवाना खुर्द पर नरेश चौधरी, नानू गंगनहर पुल पर जिलाध्यक्ष स्वयं, परतापुर बाइपास पर विजयपाल घोपाल व दीपक, दिल्ली-दून बाइपास स्थित दौराला फ्लाई ओवर के पास संजय दौरालिया रविंद्र दौरालिया व नवाब सिंह अहलावत, जानी खुर्द में हरेंद्र जानी व जमील अंसारी और खिर्वा बाइपास पर विनोद जिटौली ईलम सिंह व महाराज सिंह के नेतृत्व में भाकियू चक्का जाम कर रही है।

लगातार विरोध कर रहे

फोटो-सोशल मीडिया

भाकियू के प्रदेश प्रवक्ता व मेरठ मंडल अध्यक्ष पवन खटाना ने आज के बंद को पूरी तरह सफल होने का दावा करते हुए कहा कि किसानों को कमजोर समझने वाली सरकारों के लिए यह आंदोलन एक सबक रहेगा। प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि चक्का जाम के दौरान केवल सेना के वाहन, एंबुलेंस, छात्र, पुलिस व अंतिम यात्रा वाहनों को ही निकलने दिया जा रहा है।

बता देंकि किसानों के इस विरोध को कांगेस,राष्ट्रीय लोकदल,सपा आदि विपक्ष के कई दलों का समर्थन मिल रहा है। किसान सरकार के इस बिल्कुल काला बिल बताकर लगातार विरोध कर रहे हैं।

किसान बंद के चलते पश्चिम उप्र के मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, हापुड, बुलंदशहर, सहारनपुर आदि जिलों में राजमार्ग प्रभावित दिखने लगे हैं। कई जगह पर रेलवे ट्रैक से लेकर रोड तक किसान विरोध प्रदर्शन कर बैठे हुए हैं।

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रिपोर्ट- सुशील कुमार।

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