Meerut News: जाटों ने केंद्र में आरक्षण के लिए भरी फिर हुंकार, आरएसएस और भाजपा पर जमकर साधा निशाना

Meerut News: महापंचायत को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि हर हाल में हम आरक्षण लेकर रहेंगे, इसके लिए चाहे हमे आंदोलन ही क्यों न करना पड़े।

Report :  Sushil Kumar
Update:2023-09-24 19:03 IST

Meerut News (Pic:Newstrack)

Meerut News: केंद्रीय सेवाओं में जाट आरक्षण की मांग को लेकर अखिल भारतीय जाट महासभा ने रविवार को हुंकार भरी। सम्मेलन में जाट नेताओं ने इशारों में आरएसएस और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। कंकरखेड़ा के शगुन फार्म हाउस में महासभा के प्रांतीय सम्मेलन में जाट वक्ताओं ने कहा कि अब जाट आरक्षण के लिए बलिदान से भी पीछे नहीं हटेंगे।  महापंचायत को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि हर हाल में हम आरक्षण लेकर रहेंगे, इसके लिए चाहे हमे आंदोलन ही क्यों न करना पड़े। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि जाट समाज को आरक्षण मिलना ही चाहिए। जाट इसके हकदार हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लोकसभा चुनाव से इसका कोई लेना देना नहीं है, जिसकी जहां मर्जी हो वहां वोट करे। हमें तो बस केंद्र में आरक्षण चाहिए।

जय श्रीराम और राम-राम में हैं अंतर

अखिल भारतीय जाट महासभा के महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि आज सबसे बड़ा खतरा दो तरह के समाज से है। एक हमारा राम-राम भाई का समाज है। दूसरा समाज जय श्रीराम का हो गया। इन जय श्रीराम वालों से बचो।" उन्होंने ने कहा, "हमने शुरू से राम-राम कहा। हमसे बड़ा कोई राम भक्त है जो ये हमसे आज हिंदू होने का सर्टिफिकेट मांग रहे हैं। खुद को हिंदू या राम भक्त बताने के लिए हमें एक पार्टी के दफ्तर से प्रमाण पत्र लेने की जरूरत पड़ गई है। हम तो थे ही रामभक्त। हमारे राम तो कण-कण में हैं। लेकिन, अब ये जय श्रीराम का कल्चर आ गया है। जय श्रीराम और राम-राम में अंतर है। अपनी पीढ़ी को जय श्रीराम से नहीं बचाया तो नष्ट हो जाओगे।


अखिल भारतीय जाट महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व विधायक प्रताप चौधरी ने जाट समाज ने तय कर लिया है कि आगामी चुनावो में जाट समाज उसी पार्टी या उम्मीदवार को समर्थन देगा जो जाट आरक्षण की बात करेगा। सुधीर तोमर ने कहा कि एक मात्र चौधरी अजित सिंह के प्रयासों से जाट समाज को केंद्र में आरक्षण प्राप्त हुआ था जिसे साजिश के तहत, भेदभाव पूर्ण सोच के चलते, व कमजोर पैरवी करके भाजपा सरकार ने ख़त्म कराया है।


सम्मेलन को रालोद के राष्ट्रीय सचिव डॉ. राजकुमार, सांगवान ने कहा कि वर्ष 2014 में चौधरी अजित सिंह के अथक प्रयासों से केन्द्र की तत्कालानी कांग्रेस सरकार ने जाटों को केन्द्र में आरक्षण दिया था,लेकिन इस साल हुए लोकसभा चुनाव के बाद केन्द्र में बनी भाजपा की सरकार की कमजोर पैरवी के कारण केन्द्र में जाट आरक्षण रद हो गया। जाट आरक्षण को वापस पाने के लिए जाट हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे। सम्मेलन को जाट महासभा में चौधरी प्रदुम्न सिंह, राजा राम मील, राजेन्द्र सिंह सिरोही आदि ने भी संबोधित किया।

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