Meerut News: 2024 में पश्चिमी यूपी की कमान सीएम योगी के हवाले! बीजेपी ने बनाया ये प्लान

Meerut News: सीएम योगी महीने में कई बार वेस्ट यूपी में दस्तक देते रहते हैं। 2024 के मद्देनजर ही इस बार पौधारोपण अभियान के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम यूपी के दो जिलों मुजफ्फरनगर व बिजनौर को चुना है।

Update: 2023-07-20 12:01 GMT
2024 में पश्चिमी यूपी की कमान सीएम योगी के हवाले: Photo- Newstrack

Meerut News: उत्तर प्रदेश की राजनीति में पश्चिमी उत्तर प्रदेश एक प्रयोगशाला है, सभी राजनीतिक पार्टियां वहां नए-नए प्रयोग करती हैं। ऐसा कांशीराम कहा करते थे। 2024 में बीजेपी का पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए 'गेमप्लान' पलायन, हिंदू-मुसलमान जैसे मुद्दे रहेंगे या फिर कुछ नया 'गेमप्लान' बीजेपी ने तैयार किया है। इसका भी खुलासा नहीं हो सका है। लेकिन, यह तय लग रहा है कि बीजेपी हाईकमान ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश सीएम योगी के हवाले कर दिया है।

पश्चिमी यूपी में सीएम योगी के लग रहे लगातार दौरे

सीएम योगी महीने में कई बार वेस्ट यूपी में दस्तक देते रहते हैं। 2024 के मद्देनजर ही इस बार पौधारोपण अभियान के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम यूपी के दो जिलों मुजफ्फरनगर व बिजनौर को चुना है। बता दें कि सीएम योगी 22 को मुजफ्फरनगर के शुक्रताल व बिजनौर में पौधा रोपेंगे। गौरतलब है कि कांवड़ यात्रा के दौरान सीएम योगी ने अचानक से मेरठ कांवड़ियों के बीच पहुंचकर सबको चकित कर दिया था। हालांकि उनका तय कार्यक्रम सहारनुपर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र देखने का था।

सहारनपुर से सीधे दिल्ली-मेरठ हाईवे पहुंचे सीएम योगी ने जब कांवड़ियों पर फूल बरसाए तब शिवभक्तों की ओर से योगी-योगी, हर हर महादेव और जय भोले का उद्घोष सुनाई दिया। जाहिर है कि इस वजह से सीएम योगी हिंदुत्व के झंडाबरदार के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल रहे। यही नहीं, सीएम योगी के ही निर्देश पर आसमान से प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अफसरों ने कांवड़ियों पर फूल बरसाए। मेरठ से बरनावा तक कांवड़ियों पर फूलों की वर्षा होती रही। गौरतलब है कि योगी सरकार आने के बाद हर साल कांवड़ यात्रा में फूल बरसाए जाते हैं।

2014 में बड़ा मुद्दा था मुजफ्फरनगर दंगे, वर्तमान माहौल आसान नहीं!

दरअसल, मुजफ्फरनगर हिंसा और कैराना पलायन मामला सामने आने के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मोदी लहर की बदौलत पश्चिमी उप्र की सभी 14 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन 2019 में सपा-बसपा और रालोद की तिकड़ी ने भाजपा से बिजनौर, नगीना, सहारनपुर, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा एवं रामपुर छीन ली।

मेरठ की बात की जाए तो 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा मामूली अंतर से मेरठ-हापुड़ सीट जीत सकी थी। 2022 के विधानसभा चुनाव, पंचायत चुनाव, खतौली विधानसभा उपचुनाव और हाल में हुए निकाय चुनाव में यहां बीजेपी के प्रदर्शन में गिरावट आई है। हालांकि बीजेपी ने रामपुर सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल कर समाजवादी पार्टी से सीट छीन ली थी।

रामपुर सीट सपा नेता आजम खान द्वारा खाली की गई थी, जिन्होंने विधानसभा चुनाव भी जीता था। लेकिन, ताजा माहौल में बीजेपी के लिए पश्चिम यूपी को फतह करना आसान नहीं रह गया है। पार्टी नेतृत्व को यह सच्चाई मालूम है। इसलिए पश्चिम यूपी की निगरानी सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंपी गई है।

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