Meerut News: किसान ने एसडीएम कार्यालय के बाहर लगाई आग, वन विभाग की कार्यवाही से था नाराज
Meerut News: क्षेत्रीय वन अधिकारी रविकांत चौधरी ने किसान के आरोपो को गलत बताते हुए किसान पर वन विभाग की जमीन पर फसल को जबरन जोतने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बताया कि इस भूमि पर पिछले कई वर्षों से अवैध कब्जा था।
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में वन भूमि की कार्यवाही के विरोध में एक किसान ने मवाना एसडीएम कार्यालय के सामने खुद को आग लगा कर आत्मदाह का प्रयास किया। घटना से एसडीएम कार्यालय में वहां हड़कंप मच गया। वहीं, आनन-फानन आग में बुरी तरह झुलसे किसान को सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां से मेरठ के लिए रेफर कर दिया गया। खुद को आग लगाने वाले अलीपुर मोरना निवासी जगबीर (55) नाम के इस किसान का आरोप है कि वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए उसकी भूमि को सरकारी बताकर अपने कब्जे में ले लिया है। 70 फीसदी से अधिक जल जाने के कारण किसान की हालत गंभीर बताई जा रही है।
फसल को जबरन जोतने का आरोप
क्षेत्रीय वन अधिकारी रविकांत चौधरी ने किसान के आरोपो को गलत बताते हुए किसान पर वन विभाग की जमीन पर फसल को जबरन जोतने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बताया कि इस भूमि पर पिछले कई वर्षों से अवैध कब्जा था। जिसे अभियान के तहत ट्रैक्टर चलाकर अतिक्रमण मुक्त कराया गया और वन विभाग ने इस भूमि को अपने कब्जे में ले लिया है।
उन्होंने बताया कि जहां पर भी वन विभाग की भूमि पर अवैध कब्जे और अतिक्रमण है, उन्हें मुक्त कराया जा रहा है। इसी क्रम में कल हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के अलीपुर मोरना गांव के समीप वन विभाग के कृष्ण वन ब्लॉक में विभाग की करीब तीन हेक्टेयर भूमि को जिस पर पिछले कई वर्षों से ग्रामीणों द्वारा अवैध कब्जा था, वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए सरकारी भूमि पर ट्रैक्टर चलाकर उसे कब्जा मुक्त कराया था। इस भूमि पर वन विभाग द्वारा पौधारोपण किया जाएगा। इसके लिए तैयारी चल रही है। बताया जा रहा है कि किसान को मवाना सीएचसी से मेरठ के लिए रेफर किया गया है। जिलाधिकारी कार्यालय ने घटना पर कहा कि किसान का फिलहाल गढ़ रोड स्थित एक अस्पताल में उपचार चल रहा है।