Meerut News: पेड़ों की अन्धाधुंध कटाई, पृथ्वी पर बन रही आपदा का कारण, नहीं चेते तो होगा विनाश

Meerut News: पेड़ों की अन्धाधुंध कटाई व कमी के कारण अनेक तरह की प्राकृतिक आपदायें पृथ्वी पर विनाश मचा सकती हैं।

Report :  Sushil Kumar
Update: 2024-08-06 14:31 GMT

पेड़ों की अन्धाधुंध कटाई, पृथ्वी पर बन रही आपदा का कारण: Photo- Newstrack

Meerut News: पेड़ों की अन्धाधुंध कटाई व कमी के कारण अनेक तरह की प्राकृतिक आपदायें पृथ्वी पर विनाश मचा सकती हैं। यह कहना है चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के यूजी सैल के समन्वयक, प्रो मुकेश कुमार शर्मा का। हरित वसुन्धरा कार्यक्रम के अन्तर्गत मंगलवार को चौ चरण सिंह विश्वविद्यालय के यूजी सैल में पौधा रोपण कार्यक्रम व छात्र/छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुएं अभिविन्यास कार्यक्रम में बोल रहे थे।

पौधारोपण के साथ-साथ पौधों की देखभाल जरुरी

प्रो मुकेश कुमार शर्मा ने हरित वसुन्धरा के अर्थ को स्पष्ट करते हुए कहा कि हमें प्राकृतिक संसाधनों व पेड़ों की सुरक्षा करने के साथ-साथ पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए। बिना पेड़ों के पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखना हम सभी की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए अधिकाधिक पौधे लगाने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। पौधारोपण करने के साथ-साथ पौधों को बचाए रखने के लिए उनकी उचित देखभाल व समय.समय पर सिचाई भी आवश्यक रूप से की जानी चाहिये। कोविड़ -19 जैसी महामारियों से हम सीख सकते हैं कि हम प्रकृति से खिलवाड़ करके सुरक्षित जीवन नहीं जी सकते।

प्रो0 मुकेश कुमार शर्मा की अध्य़क्षता में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रो0 कृष्ण कान्त शर्मा, व कार्यक्रम समन्वयक डा0 शुचि गुप्ता, व बी0ए0 (एन0ई0पी-2020) के इतिहास विषय के छात्र/छात्राओं द्वारा विभिन्न पेड़ों का रोपण कर अभियान की शुरुआत की गई। पौधरोपण अभियान के विशेष कार्यक्रम में यू0जी0 सैल के प्रांगण में फल व छायादार पौधे लगाए गए। सभी ने इस अवसर पर वृ़क्षों के संरक्षण का भी संकल्प लिया।


अभिविन्यास कार्यक्रम के अन्तर्गत इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रो0 कृष्ण कान्त शर्मा ने इस कार्यक्रम की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इतिहास विषय के द्वारा न केवल वर्तमान वरन् भविष्य का निर्माण किया जाना भी सम्भव है मानव जीवन में इतिहास विषय कि महत्ता को बहुत गहराई से समझाते हुए छात्र/छात्राओं से आह्वान किया कि पुरातन की नीव पर वह अपने भविष्य का निर्माण करें।

दोनो विशिष्ट अतिथियों ने छात्रों से कहा कि जो वृक्षारोपण हुआ है उन पौधों के पास रोज जाकर उनसे नमस्ते करें व उनका हाल चाल जानें। धन्यवाद ज्ञापन में कार्यक्रम समन्वयक डा0 शुचि गुप्ता ने कहा कि सनातन में गणित,इतिहास हरित वसुन्धरा और विज्ञान सब एक साथ जुडे हुए है। यही तत्व सनातन को स्थाई बनाता है। इस अवसर पर सौरभ माँगलिक,तृप्ति रस्तौगी, संजीव सिंह, विशाल गौतम व बडी संख्या में छात्र/छात्राएं मौजूद रहे।

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