Meerut: पार्षदों से मारपीट मामले पर सपा नेता के विवादित बोल, बीजेपी के राज्य मंत्री को जिंदा जलाने की दी चेतावनी
Meerut News: मुकेश सिद्धार्थ ने कहा, 'हमारा सेमीफाइनल 10 जनवरी को है। उसी दिन बड़ी पंचायत है। दलितों पर अत्याचार अगर बंद नहीं किया और सोमेन्द्र तोमर को गिरफ्तार नहीं किया, तो...
Meerut News: समाजवादी पार्टी नेता मुकेश सिद्धार्थ (SP Leader Mukesh Siddharth) ने शनिवार (06 जनवरी) को मेरठ नगर निगम बोर्ड की बैठक में विपक्षी दलों के दलित पार्षदों की कथित पिटाई मामले में प्रदेश सरकार के ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर को लेकर विवादित बयान दिया है।
मुकेश सिद्धार्थ- अभी तो ये सेमीफाइनल है
बता दें, मुकेश सिद्धार्थ यूपी एससी-एसटी आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष हैं, ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के दौरान मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा, 'यदि राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर की 10 जनवरी तक गिरफ्तारी नहीं होती है, तो हम तय कर सकते हैं? उनका घर फूंका जाए, उसकी गाड़ी फूंकी जाए, उसे फूंका जाए और शहर फूंका जाए। यहीं नहीं, उन्होंने मीडिया से बातचीत में ये भी कहा कि, यह तो अभी चिंगारी है, जब यह ज्वालामुखी बनेगा तो सरकार को भी पता चल जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि, अभी तो ये सेमीफाइनल है। फाइनल तो 10 जनवरी को होने वाली पंचायत में होगा।'
'ये तो अभी चिंगारी है, जिस दिन ज्वालामुखी बनेगा...'
मीडिया से बातचीत में मेरठ नगर निगम बोर्ड की बैठक में विपक्षी दलों के दलित पार्षदों की कथित पिटाई के मामले में मुकेश सिद्धार्थ ने कहा कि, 'नगर निगम के सदन के भीतर और सदन के बाहर सरकार के मंत्री हैं सोमेंद्र तोमर। उन्होंने कहा, उसने (सोमेंद्र तोमर) और धर्मेंद्र भारद्वाज ने दो दलित सभासदों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस मामले की तहरीर दी गई। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। यही नहीं, अज्ञात में तहरीर ली गई। हम इसके विरोध में हैं। यह तो अभी चिंगारी है। जिस दिन यह ज्वालामुखी बनेगा, ना सरकार को पता लग जाएगी। सरकार को औकात पता लग जाएगी यह क्या है।'
10 जनवरी को होगी बड़ी पंचायत
मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि, 'क्या आज का दलितों का प्रदर्शन सेमीफाइनल है। उन्होंने कहा, 'नहीं ,आज नहीं हमारा सेमीफाइनल 10 जनवरी को है। 10 जनवरी को बड़ी पंचायत है। दलितों पर अत्याचार अगर बंद नहीं किया और सोमेन्द्र तोमर को गिरफ्तार नहीं किया, तो 10 तारीख को हम तय कर सकते हैं कि उसका घर फूंका जाए, उसकी गाड़ी फूंकी जाए, उसको फूंका जाए या शहर फूंका जाए।'