Meerut News:होली के बाद अब रामनवमी व नवरात्र को लेकर मेरठ पुलिस हाई अलर्ट, डीआईजी ने दिए धार्मिक आयोजनों पर निगरानी बढ़ाने के आदेश
Meerut News: मेरठ रेंज कलानिधि नैथानी ने शनिवार रेंज के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्र में विभिन्न धार्मिक आयोजनों में उपस्थित लोगों के संबंध में सतर्कता और खुफिया जानकारी एकत्र करें।;
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Meerut News: होली के बाद अब रामनवमी व नवरात्र को लेकर मेरठ पुलिस हाई अलर्ट हो गई है। पुलिस उप महानिरीक्षक(डीआईजी) मेरठ रेंज कलानिधि नैथानी ने शनिवार रेंज के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्र में विभिन्न धार्मिक आयोजनों में उपस्थित लोगों के संबंध में सतर्कता और खुफिया जानकारी एकत्र करें।
डीआईजी ने बताया कि इस वर्ष 30 मार्च से चैत्र नवरात्र प्रारम्भ हो रहे हैं तथा पांच अप्रैल को दुर्गा अष्टमी व छह अप्रैल को राम नवमी पर्व मनाया जायेगा। ऐसे में नवरात्र में मंदिरो व पंडालो आदि में पूजा-अर्चना की जाती है तथा रामनवमी पर्व पर भारी संख्या में शोभायात्रा व मेलो का आयोजन किया जाता है। चैत्र नवरात्री/ रामनवमी के अवसर पर परिक्षेत्र के जनपद मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत व हापुड में 90 शोभायात्रा, 30 मेले व 17 पूजा अर्चना, भण्डारा आदि कार्यक्रम होना प्रस्तावित है। शोभायात्रा के मार्ग में पडने वाले 117 स्थानो को संवेदनशील/ हॉटस्पाट के रूप में चिन्हित किया गया है। परिक्षेत्र के जनपद मेरठ में 16 शोभायात्रा 06 मेले, बुलन्दशहर में 38 शोभायात्रा 13 मेले, बागपत में 02 शोभायात्रा 04 मेले एवं हापुड में 34 शोभायात्रा 07 मेले होना प्रस्तावित है।
डीआईजी ने बताया कि त्यौहार को सकुशल संपन्न कराये जाने हेतु परिक्षेत्र की सभी जनपदीय पुलिस द्वारा पीस कमेटी/ धर्मगुरु/ शांति समिति/ संभ्रान्त व्यक्तियो के साथ 126 अन्य विभाग जैसे नगर निगम, स्वास्थ्य, विद्युत आदि के साथ 105 एवं आयोजको/ संयोजको के साथ 114 गोष्ठीयाँ आयोजित कर ली गई है। परिक्षेत्र में कुल 101 स्थानो को संवेदनशील/ हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है, जिसके सुरक्षार्थ कानून व्यवस्था के दृष्टिगत कुल 23 जोन, 79 सैक्टर एवं 56 क्यूआरटी बनाई गई है। डीआईजी ने निर्देश दिए कि स्थानीय अभिसूचना इकाई के अतिरिक्त स्थानीय पुलिस के साथ-साथ अन्य स्रोतों से भी अभिसूचना एकत्र करायी जाये तथा लाभप्रद सूचनाओं पर तत्परतापूर्वक प्रभावी कार्यवाही कराना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही अफवाहों के फैलाने/सोशल मीडिया/इन्टरनेट पोस्ट पर देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालो पर पैनी नजर रखी जाए।
समस्त जनपदों में पोस्टर पार्टी का गठन कर प्रातःकाल समस्त धार्मिक स्थलों की नियमित चेकिंग सुनिश्चित की जाये। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटनाओं को रोकने हेतु प्रमुख मन्दिरों/दुर्गा पूजा पण्डालों/मेलो को आने एवं जाने वाले मार्गों पर प्रभावी पैदल गश्त/पिकेट/मोबाईल की व्यवस्था की जाए। शोभायात्राओं के मार्ग में ढीले/टूटे हुए बिजली के तारों से वाहन/डीजे के छू जाने से दुर्घटना घटित न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए । दूसरे सम्प्रदाय के धार्मिक स्थलों/आयोजनों के पास लाउडस्पीकर/ध्वनि विस्तारक यंत्रो को लेकर आयोजकों से पूर्व में ही वार्ता कर ली जाए। असामाजिक तत्वों/अराजक तत्वों/कट्टर पंथियों द्वारा समाज विरोधी क्रियाकलाप करने वालो पर कड़ी कार्यवाही अमल मे लायी जाए।
डीआईजी ने कहा कि जिन मन्दिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होती है, वहां भीड़ को नियंत्रण हेतु बैरीकेडिंग की व्यवस्था की जाए। प्रमुख मन्दिरों/पण्डालों के आयोजन स्थलों के आस-पास मांस एवं शराब की दुकानों को चिन्हित कर उनके सम्बन्ध में समीक्षा कर ली जाए और श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत न होने देने के उद्देश्य से नवरात्रि की अवधि में उनको बन्द रखने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी के साथ विचार-विमर्श कर लिया जाए। इसके अलावा जनपद में अतिसंवेदनशील/संवेदनशील/मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पिकेट्स/पैट्रोलिंग की व्यवस्था की जाये। इन क्षेत्रों में पुलिस की लगातार उपस्थिति बनाये रखी जाये। साथ ही जनपद/ सर्किल मुख्यालय पर रिजर्व की व्यवस्था रखी जाये ताकि किसी भी घटना की सूचना मिलते ही यहां पुलिस बल भेजने में विलम्ब न हो सके। यदि अतिरिक्त होमगार्ड की आवश्यकता हो तो अपने जिलाधिकारी के माध्यम से पत्राचार कर प्राप्त कर लिया जाए।