Meerut News: पौराणिक स्थल सामाजिक संदेश साइकिल यात्रा, CCSU कुलपति ने दिखाई हरी झंडी
Meerut News: यह यात्रा विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से शुरू होकर पौराणिक नगरी हस्तिनापुर तक जाएगी और रविवार शाम तक वापस लौटेगी।;
Meerut CCSU News (Image From Social Media)
Meerut News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा आयोजित सामाजिक संदेश एवं पौराणिक स्थल साइकिल यात्रा को विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह यात्रा विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से शुरू होकर पौराणिक नगरी हस्तिनापुर तक जाएगी और रविवार शाम तक वापस लौटेगी। इस अनूठी यात्रा में छात्र-छात्राओं के साथ विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी भी उत्साहपूर्वक शामिल हुए।
कुलपति ने खुद चलाई साइकिल
यात्रा को रवाना करने से पहले कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने स्वयं साइकिल चलाकर विश्वविद्यालय परिसर का एक चक्कर लगाया। उन्होंने कहा, "बहुत वर्षों बाद साइकिल चलाने का अवसर मिला, जिससे बचपन की यादें ताजा हो गईं। साइकिल चलाने से न केवल स्वास्थ्य लाभ मिलता है बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान होता है। हर व्यक्ति को साइकिल चलाने की आदत डालनी चाहिए, इससे प्रदूषण कम होगा और फिटनेस बेहतर रहेगी। इसके अलावा प्रति कुलपति प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता, प्रोफेसर बीरपाल सिंह, प्रोफेसर कृष्णकांत शर्मा, डॉक्टर दुष्यंत चौहान ने भी साइकिल चलाई।
यात्रा के माध्यम से सामाजिक संदेश का प्रचार
साइकिल यात्रा के दौरान विभिन्न सामाजिक संदेश भी दिए गए। प्रत्येक साइकिल पर स्लोगन लिखी हुई तख्तियां लगाई गईं, जिन पर लिखा था:
"साइकिल चलाओ, पर्यावरण बचाओ"
"साइकिल से करें सफर, सेहत से रहें बेफिक्र"
"बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, देश को आगे बढ़ाओ"
"पेड़ लगाएंगे, धरती को बचाएंगे"
"नारी है सम्मान हमारा, नारी से ही है घर संसार हमारा"
"हर कदम पर नारी का साथ, तभी बनेगा देश महान"
"पेट्रोल नहीं जलाना है, साइकिल को बढ़ाना है"
126 किलोमीटर की साहसिक यात्रा
सामाजिक संदेश एवं पौराणिक स्थल साइकिल यात्रा विश्वविद्यालय से प्रारंभ होकर हस्तिनापुर तक जाएगी और पुनः लौटेगी। कुल 126 किलोमीटर लंबी इस यात्रा में 25 साइकिल सवार भाग ले रहे हैं, जिनमें 19 छात्र और 14 छात्राएं शामिल हैं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें प्रमुख रूप से प्रति-कुलपति प्रो. मृदुल कुमार गुप्ता, कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा, वित्त अधिकारी रमेश चंद्र, चीफ प्रॉक्टर प्रो. बीरपाल सिंह, साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की अध्यक्ष प्रो. नीलू जैन गुप्ता, समन्वयक प्रो. कृष्णकांत शर्मा, प्रो. राकेश शर्मा, डॉ. दुष्यंत चौहान, डॉ. योगेंद्र गौतम, डॉ. अनिल यादव, डॉ. विवेक कुमार, डॉ. ओमपाल सिंह, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता, इंजीनियर प्रवीण पवार, इंजीनियर मनीष मिश्रा, अमरपाल एवं डॉ. प्रवीण कुमार आदि उपस्थित रहे।