कानपुर देहात मामले पर राज्य मंत्री का फूटा गुस्सा, DM पर भड़कीं, बोलीं- लेखपाल की हमने पहले ही की थी शिकायत
Kanpur Dehat: अतिक्रमण हटाने मामले में मां-बेटी की जलकर मौत मामले में डिप्टी सीएम ने पीड़ित परिवार से बात की। उन्हें आर्थिक मदद सहित कई मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
Kanpur Dehat: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के मड़ौली गांव में अतिक्रमण हटाने के दौरान आग लगने से मां-बेटी की जलकर मौत मामला फ़िलहाल शांत होता नहीं दिख रहा। अब इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है। इसी बीच राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला (Pratibha Shukla) का एक बयान सामने आया है जिसमें वो कह रही हैं, 'एक महिला इतनी असंवेदनशील कैसे हो सकती है? उन्होंने ये भी कहा, हम एक बेटी और मां को नहीं बचा सके।' उनका इशारा डीएम नेहा जैन की तरफ था। वहीं, इस मामले में विपक्षी पार्टियां योगी सरकार पर हमलावर है।
मड़ौली गांव में हुई घटना पर सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए एसडीएम को हिरासत में ले लिया है।जबकि, लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर मामला दर्ज किया है। पीड़ित परिवार की शिकायत के बाद SDM मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल अशोक सिंह, रूरा थानेदार दिनेश गौतम, जेसीबी ड्राइवर दीपक सहित 12 नामजद और 25 से 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। JCB ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेखपाल को निलंबित किया गया है।
प्रतिभा- हमने पहले भी लेखपाल की शिकायत की थी
कानपुर देहात हादसे पर राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा, 'हमने पहले भी लेखपाल की शिकायत की थी। कहा था कि, इसे हटाया जाए। ये बहुत ही हृदय विदारक घटना है।' प्रतिभा शुक्ला ने डीएम नेहा जैन पर भी सवाल खड़े किए।
'मेरे पास महिला कल्याण विभाग होने का क्या फायदा'
कानपुर देहात (Kanpur Dehat) में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में मां-बेटी की जिंदा जलने से मौत हो गई। राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला घटनास्थल पर पहुंची थीं। उन्होंने शोक-संतप्त परिवार के लिए संवेदना व्यक्त की। मीडिया के सामने वो भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, कि 'मेरे पास महिला कल्याण विभाग होने का क्या फायदा, जब एक मां और एक बेटी को हम नहीं बचा पा रहे। उन्होंने कहा, दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने ये भी बताया कि घटना से मुख्यमंत्री भी बेहद दुखी हैं। पूरी घटना की जानकारी ले रहे हैं।'
पीड़ितों ने डिप्टी सीएम के सामने रखी कई मांगें
इस बीच उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मृतक के बेटों ने बात की। उन्होंने डिप्टी सीएम के सामने कई मांगें रखी। दोनों भाईयों ने 10000000 रुपए की आर्थिक सहायता की मांग की। साथ ही, दोनों भाईयों ने सरकारी नौकरी दिलाने की भी की गई मांग की। उन्होंने जमीन के पट्टे को लेकर की अपनी मांग सरकार के सामने रखी। साथ ही कहा, कि आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। पीड़ित परिवार ने सीएम योगी से मिलने की मांग भी रखी। डिप्टी सीएम ने सभी मांगों पर अमल करने का आश्वासन दिया।
क्या कहा मंडलायुक्त ने?
इस बीच, मंडलायुक्त राज शेखर (Raj Shekhar) का बयान आया है। उन्होंने घटना को दर्दनाक बताया। उन्होंने कहा इस हादसे से पूरा गांव दुखी है। पीड़ित परिवार की पूरी सहायता की जाएगी। सरकार के अधिकारी सोमवार रात से मौके पर मौजूद हैं। मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। कठोर कार्रवाई की जा रही है। लेखपाल को निलंबित किया गया है। एसडीएम को भी सस्पेंड कर दिया गया है।'
दोनों भाईयों को मिलेंगे गनर, हरसंभव मदद
मंडलायुक्त राज शेखर ने बताया पीड़ित परिवार के दोनों को भाईयों को गनर दिया जाएगा। परिवार की हर संभव सहायता की जाएगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उचित प्रबंध किए जा रहे हैं। पीड़ित परिवार को पट्टा व आवास की व्यवस्था कराई जा रही है। डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने सरकारी नौकरी देने की बात कही है। दोनों भाई अधिकारियों और डिप्टी सीएम से बात करने के बाद संतुष्ट हैं। डिप्टी सीएम ने मुख्यमंत्री से दोनों भाईयों की मुलाकात कराने की बात कही है।
मृतका दोनों मां-बेटी के शव का पोस्टमार्टम आज एक पैनल बनाकर कराया जाएगा। पोस्टमार्टम कानपुर देहात अस्पताल में किया जाएगा। पोस्टमार्टम के समय वीडियोग्राफी कराई जाएगी।