योगी के मंत्री ने राहुल गांधी पर पीएम मोदी की नकल करने का लगाया आरोप
यूपी के शाहजहांपुर में बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन मे आज विजय शंखनाद रैली क आयोजन किया गया। जिसमे केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार मुख्य अतिथि रहे।
शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन मे आज विजय शंखनाद रैली क आयोजन किया गया। जिसमे केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने रैली मे आए जनता से अनुरोध किया कि बीजेपी प्रत्याशी को भारी बहुमत से विजय बनाए। साथ ही कैबिनेट मिनिस्टर ने राहुल गांधी के लिए कहा कि वह मोदी जी की पार्टी मे शामिल हो गए।
साथ ही राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नकल के लिए भी अक्ल चाहिए होती है। इस दौरान सपा बसपा से बङी तादाद मे नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री के सामने भाजपा मे शामिल होकर शपथ ली।
दरअसल शाहजहांपुर लोकसभा सुरक्षित सीट के लिए बीजेपी ने अरूण सागर को प्रत्याशी बनाया है। उनकी जीत के लिए आज पहली रैली की गई। जिसका नाम विजय शंखनाद रखा गया। इस रैली मे मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार थे। उनकी मौजूदगी मे सपा बसपा से सैंकड़ों लोग भाजपा मे शामिल हुए। संतोष गंगवार ने कहा कि देश सुरक्षित हाथों मे है। इसलिए एक बार फिर से बीजेपी प्रत्याशी को भारी बहुमत से विजायी बनाए ताकि अरूण सागर जीतकर जाए और नरेंद्र मोदी को मजबूत करें। उनका कहना है की बीजेपी ने किसानों का बहुत सम्मान किया है इसलिए सबसे ज्यादा योजनाएँ किसानों के लिए शुरू की गई हैं।
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कैबिनेट मिनिस्टर सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि राहुल गांधी को चाहिए कि वह मोदी सरकार की योजना का निकल करने के बजाए वह मोदी की पार्टी मे शामिल हो जाए। उन्होंने राहुल गांधी के उस ब्यान पर कहा जिसमे राहुल गांधी ने कहा था कि किसानों को हमारी सरकार आने के बाद 76 हजार रुपये साल दिया जाएगा।
इस पर कैबिनेट मिनिस्टर ने कहा कि मोदी की योजनाओं की नकल करने की कोशिश कर रहे हैं राहुल गांधी। लेकिन उन्हे नही पता कि नकल के लिए भी अक्ल की जरूरत होती है। अगर वह किसान सम्मान निधी योजना की नकल करनी है तो उन्हे भाजपा ज्वाइन कर लेनी चहिए।
वही दो दिन पहले सपा छोङकर भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व सपा सांसद मिथिलेश कुमार अखिलेश पर बङा हमला किया। उन्होंने कहा कि जब पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव रहे। तब उसका एक वजूद था। लेकिन जब पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव हुए। तब से उन्हे दूसरों के सहारे की जरूरत पङ गई है। उन्होंने सबसे कमजोर पार्टी से गठबंधन करके अपने कार्यकर्ताओं का विश्वास तोड़ा है। इसलिए उन्होंने सपा छोङकर भाजपा का दामन थाम लिया है।
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