आईआईएम में खुल गई योगी सरकार की पाठशाला, नहीं मिली इतवार की छुट्टी
इन मंत्रियों का न प्रोटोकॉल होगा और न ही इतवार की छुट्टी होगी। कॉपी-कलम उठाकर योगी सरकार के मंत्री रविवार को सुबह 9 बजे आईआईएम लखनऊ पहुंचेंगे। क्लास में दाखिल होंगे। इंटरवल होगा और फिर क्लास में दाखिल। शाम तक इस सिलसिले के साथ कुछ किताबें, कुछ प्रबंधन साहित्य और कुछ 'होमवर्क' लेकर अगले चरण के लिए घर लौटेंगे।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए योगी सरकार एक नया कदम उठाया है। इसको देखते हुए अब योगी की पूरी कैबिनेट फिर से पढ़ाई शुरू करने जा रही है। यह पढाई होगी भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ में।
बताया जा रहा है कि योगी की कैबिनेट अब बिना काफिला बिना स्टॉफ के ही लखनऊ के आईआईएम मे सुशासन, प्रबंधन, नेतृत्व कौशल व जनभागीदारी का पाठ पढ़ेंगे, कुछ सीखेंगे, कुछ पूछेंगे।
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इन मंत्रियों का न प्रोटोकॉल होगा और न ही इतवार की छुट्टी होगी। कॉपी-कलम उठाकर योगी सरकार के मंत्री रविवार को सुबह 9 बजे आईआईएम लखनऊ पहुंचेंगे। क्लास में दाखिल होंगे। इंटरवल होगा और फिर क्लास में दाखिल। शाम तक इस सिलसिले के साथ कुछ किताबें, कुछ प्रबंधन साहित्य और कुछ 'होमवर्क' लेकर अगले चरण के लिए घर लौटेंगे।
यूपी में पहली बार कोई सरकार अपने राजनीतिक नेतृत्व की दक्षता को बढाने के लिए देश के श्रेष्ठ प्रबंधन संस्थान में शुमार आईआईएम से प्रशिक्षण लेगी।
तीन दिन का विशेष ट्रेनिंग मॉड्यूल 'मंथन'
नए मंत्रियों से बेहतर परिणाम और पुरानों को 'अपडेट' करने के लिए योगी सरकार की पहल पर आईआईएम ने तीन दिन का विशेष ट्रेनिंग मॉड्यूल 'मंथन' तैयार किया है। अगले तीन रविवार योगी सरकार के मंत्री इस मंथन सत्र का हिस्सा बनेंगे।
सीएम आवास पर हाजिरी, फिर प्रस्थान
सभी मंत्रियों को सुबह 7.30 सीएम कार्यालय पर उपस्थित होने को कहा गया है। सीएम योगी 'मॉनिटर' के तौर पर उनकी हाजिरी दर्ज करेंगे। इसके बाद सीएम सहित सभी मंत्री बसों से करीब 9 बजे आईआईएम के लिए रवाना होंगे। सीएम सहित 56 मंत्रियों के लिए चार बसों का इंतजाम किया गया है। 9.30 बजे पहले ट्रेनिंग मॉड्यल सेशन का सीएम उद् घाटन करेंगे। उसके बाद शाम 6 बजे 6 सेशन अलग-अलग विषयों पर आयोजित किए जाएंगे। दूसरा सत्र 15 सितंबर को होगा और तीसरा सत्र 22 सितंबर को होगा।
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पढ़ाई के साथ टॉस्क भी मिलेगा
आईआईएम के एक सीनियर प्रफेसर का कहना है कि मॉड्यूल इस तरह से तैयार किया गया है कि अभ्यर्थियों को व्यवहारिक ढंग से विषय को समझाया जा सके। इसलिए सेशन के दौरान टॉस्क व सवाल- जवाब, समूह चर्चा के भी सत्र रखे गए हैं। इसके लिए मंत्रियों को अलग-अलग समूह में बांटा गया है जिससे टीम के तौर पर काम करने की दक्षता भी आंकी जा सके।
वैश्विक, राष्ट्रीय व प्रदेश के आर्थिक पहलूओं पर होगा मंथन
सुबह 9.40 से 10.45 के पहले सत्र का संयोजन आईआईएम की निदेशक प्रो़ अर्चना शुक्ल खुद करेंगी जिसमें प्रो. पुष्पेंद्र प्रियदर्शी और प्रो़ निशांत उप्पल भी उनका साथ देंगे। इस दौरान प्राथमिकताओं के निर्धारण पर बात होगी। चाय के बाद अगला सत्र प्रो़ संजय सिंह का होगा जो यूपी के सामाजिक-आर्थिक संदर्भों पर बात करेंगे। इसमें वैश्विक, राष्ट्रीय व प्रदेश के आर्थिक पहलूओं पर मंथन होगा।
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देश के चार टॉप स्टेट के मुकाबले यूपी के तुलनात्मक अध्ययन के जरिए भी आगे की योजना बनाने का दृष्टिकोण विकसित किया जाएगा। इसके बाद ग्रुप डिस्कशन और टॉस्क का सेशन होगा। जिसमें मंत्रियों को अलग स्थितियां दी जाएंगी और उन्हें उस पर निर्णय लेना होगा। लंच के बाद मंत्रियों के समूह अपना प्रजेंटेशन देंगे और उस पर सवाल-जवाब होगा। चाय पीकर सरकार नेतृत्व व दृष्टिकोण जिसमें नैतिक नेतृत्व भी शामिल है, पर समझ बढ़ागी। आखिरी सत्र में पूरे दिन के मंथन के निष्कर्ष के साथ ही अगले दो इतवार के क्लास वर्क पर बात होगी।
इन विषयों पर होगा 'मंथन'
पहला दिन
वैश्विक, राष्ट्रीय व प्रदेश का आर्थिक परिवेश
नेतृत्व, नजरिया व दृष्टिकोण
संवाद, संचार व प्रबोधन शैली
दूसरा दिन
नीति निर्माण की प्रक्रिया व लक्षित समूह की अपेक्षाओं का समाहन
नीति का क्रियान्वयन, प्रॉजेक्ट प्रबंधन
दायित्व निर्धारण, कार्ययोजनाओं का पर्यवेक्षण व नियंत्रण तंत्र
तीसरा दिन
निर्णयन प्रक्रिया
जोखिम का आकलन
नैतिक राजनीतिक नेतृत्व